लोड बढ़ा तो बैठ गया रोडवेज का इंतजाम
गोरखपुर : रोडवेज की व्यवस्था को देखकर ऐसा लगा कि प्रबंधन को पुलिस भर्ती परीक्षा की जानक
गोरखपुर : रोडवेज की व्यवस्था को देखकर ऐसा लगा कि प्रबंधन को पुलिस भर्ती परीक्षा की जानकारी ही नहीं थी। मऊ, गाजीपुर और आजमगढ़ क्षेत्र से परीक्षार्थी किसी तरह गोरखपुर तो पहुंच गए, लेकिन वापसी में उन्हें मुश्किलों को सामना करना पड़ा। गोरखपुर डिपो हो या पैडलेगंज अस्थायी डिपो, दोपहर से ही बसों का टोटा पड़ गया। अभ्यर्थियों का अतिरिक्त लोड बढ़ते ही रोडवेज का इंतजाम बैठ गया।
सुबह तक सैकड़ों अभ्यर्थी गोरखपुर पहुंचने के लिए परेशान रहे। प्रथम पाली की परीक्षा के बाद जब वापसी का समय हुआ तो बसों का अकाल पड़ गया। भीषण गर्मी और तपिश से परेशान अभ्यर्थी बसों में सीटें नहीं मिलीं तो उनकी छतों पर चढ़ गए। बसें नहीं मिली तो पैडलेगंज चौराहे पर अभ्यर्थियों ने जमकर बवाल काटा, चौराहे पर जाम लगा दिया। पुलिस बल ने समझाकर मामले को शांत कराया। देर रात तक चौराहे पर अभ्यर्थी बस के लिए भटकते रहे। जाम की स्थिति बनी रही।
कमोबेश यही स्थिति गोरखपुर बस डिपो की रही। शाम को यात्रियों की भीड़ तो बढ़ गई, लेकिन बसों से डिपो खाली पड़ गया। अभ्यर्थी ही नहीं देवरिया, कुशीनगर और महराजगंज रूट पर जाने वाले दैनिक यात्रियों की परेशानी भी बढ़ गई। विभागीय सूत्रों के अनुसार वाराणसी मार्ग पर बसें कम पड़ी तो रोडवेज प्रशासन ने अन्य रूटों की बसों को भी लगा दिया। ऐसे में दैनिक यात्रियों को परेशानी हुई। देर रात तक लोग बसों का इंतजार करते रहे। महिला, बुजुर्ग और बच्चे भीषण गर्मी में भटकते रहे। गोरखपुर डिपो और पैडलेगंज में अभ्यर्थियों और यात्रियों के लिए न बैठने की व्यवस्था थी और न पानी का इंतजाम।
गोरखपुर डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक केके तिवारी ने बताया कि अभ्यर्थियों और यात्रियों को थोड़ी दिक्कतें आई। वाराणसी रूट पर अतिरिक्त बसें चलाई गई। देर शाम तक स्थिति सामान्य हो गई। वहीं क्षेत्रीय प्रबंधक डीवी सिंह ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है। वह खुद बसों की निगरानी कर रहे हैं। गोरखपुर परिक्षेत्र में जो बसें हैं, उन्हीं में से व्यवस्था करनी हैं। दूसरी मार्ग की बसों को वाराणसी रूट पर चलाया गया। 19 जून के लिए भी रोडवेज ने व्यवस्था सुनिश्चित कर ली है।