देवरिया में बढ़ा नदियों का जलस्तर, सरयू खतरे के निशान से 68 सेंमी ऊपर
देवरिया जनपद में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो रही है। तटवर्ती गांवों के लोगों की चिंता बढ़ती जा रही है।
देवरिया, जेएनएन। जिले की प्रमुख नदियों सरयू, राप्ती व गोर्रा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। अब बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। बंधों पर दबाव बढ़ गया है। बंधों की मरम्मत न होने से तटवर्ती गांवों के लोगों की चिंंता तातबढ़ बढ़ गई है। बाढ़ खंड के अधिकारी कर्मचारी बंधों की सुरक्षा के उपाय भी कर रहे हैं।
सरयू खतरे के निशान से 68 सेंमी ऊपर
सरयू नदी के जलस्तर में मामूली वृद्धि हुई है। नदी खतरे के निशान से 68 सेंटीमीटर ऊपर प्रवाहित हो रही है। रविवार को थानाघाट गेज पर नदी 67.18 मीटर पर प्रवाहित हो रही थी। यहां जलस्तर खतरे के निशान 66.50 मीटर से 68 सेंटीमीटर ऊपर है। 24 घंटे में जलस्तर में तीन सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। लोगों को अब बाढ़ आने की आशंका सताने लगी है। गोर्रा खतरे के निशान से 75 सेंमी नीचे रुद्रपुर में एक बार फिर दोआबा बाढ़ के मुहाने पर खड़ा है। हालांकि गोर्रा नदी अभी खतरे के निशान से 75 सेंमी दूर है लेकिन जलस्तर में वृद्धि से बाढ़ का खतरा बढ़ रहा है। राप्ती नदी अभी लाल निशान से 1.20 मीटर नीचे है।
रविवार की सुबह गेज स्थल भेड़ी के समीप राप्ती 69.30 मीटर और गोर्रा 69.75 मीटर पर प्रवाहित हो रही थी। दोनों के खतरे का निशान 70.50 मीटर है। जलस्तर बढ़ने से नदी का दबाव पिड़रा-भुसउल,करनपुरा तिघरा-मराक्षी सहित अन्य तटबंधों पर बढ़ता जा रहा है। सरयू, राप्ती व गोर्रा नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। बंधों पर नजर रखी जा रही है। जहां भी आवश्यकता है, बंधों की मरम्मत के साथ कटान स्थलों पर कार्य किया जा रहा है। - नरेन्द्र जड़िया, अधिशासी अभियंता बाढ़