नेपाल में बरसात से पहाड़ी नदियांं उफनाईं, यूपी के कई गांवों में घुसा नदियों का पानी
नारायणी नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है। तीन लाख क्यूसेक पर नदी का पानी खतरे के निशान को पार करता है। वर्तमान समय में नारायणी नदी 2.39 लाख क्यूसेक पर बह रही है।
महराजगंज, जेएनएन। नेपाल की पहाड़ियों पर लगातार हो रही बारिश से जिले से होकर बहने वाले नदी व नालों का जल स्तर बढ़ने लगा है। अधिकांश नदियां खतरे के निशान के करीब पहुंच चुकी हैं। नारायणी नदी का जलस्तर बढ़ने से दियरा क्षेत्र में बसे सोहगीबरवा, शिकारपुर व भोथहा में पानी घुस गया है। वहीं ठूठीबारी में चंदन नदी व भौरहिया नाले के उफान से करीब आधा दर्जन गांवों में वाहनों आदि से संपर्क पूरी तरह से कट गया है। लोग पैदल सिर पर सामान लिए यात्रा पूरी कर रहे हैं।
रविवार को झरही नाले में भी जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई। ठूठीबारी के चंदन नदी व भौरहिया नाला के पानी से भरवलिया, लक्ष्मीपुरखुर्द, चटिया, माधवनगर, मैरी, बकुलडीहा व नौनिया आदि गांवों को जाने वाले रास्ते जलमग्न हो गए हैं। नारायणी नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है। तीन लाख क्यूसेक पर नदी का पानी खतरे के निशान को पार करता है। वर्तमान समय में नारायणी नदी 2.39 लाख क्यूसेक पर बह रही है।
नेपाल की पहाड़ियों पर अत्यंत बारिश को देखकर किनारे बसे नागरिकों में बाढ़ का भय बना हुआ है। अधिशासी अभियंता ¨सचाई खंड द्वितीय धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि अभी बंधे सुरक्षित हैं। नदी, नाला के जल स्तर की स्थिति नदी/नाला (सुबह 10 बजे) - (सायं चार बजे) गंडक 245000 क्यूसेक - 239000 हजार चंदन 101.10 मीटर - 101.10 प्यास 102.15 मीटर - 101.75 रोहिन- त्रिमुहानी 81.370 मीटर - 81.980 रोहिन- भौराबारी 76.95 मीटर - 77.800 राप्ती- ¨रगौली 79.230 मीटर - 79.400