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आंदोलन करने वाले अभियंताओ पर विधायक का पलटवार, कहा- भष्टाचार बर्दाश्त नहीं करुंगा Gorakhpur News

विधायक ने कहा कि कोई विधायक इनके भ्रष्टाचार को नंगा जो कर रहा है। उन्‍होंने कहा कि आईने में चेहरा बदसूरत दिखे तो आईने को कोसने की जगह अपना चेहरा देखना चाहिए।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Fri, 03 Jan 2020 10:00 PM (IST)Updated: Sat, 04 Jan 2020 08:32 AM (IST)
आंदोलन करने वाले अभियंताओ पर विधायक का पलटवार, कहा- भष्टाचार बर्दाश्त नहीं करुंगा Gorakhpur News
आंदोलन करने वाले अभियंताओ पर विधायक का पलटवार, कहा- भष्टाचार बर्दाश्त नहीं करुंगा Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। भारतीय जनता पार्टी के नगर विधायक डा. राधा मोहन दास अग्रवाल ने अभियंताओं पर पलटवार करते हुए कहा है कि मैं सिर्फ नागरिकों का जनप्रतिनिधि हूँ। उनके हित के लिए अभियंताओं, अधिकारियों और कीकेदारों की तिगडी की नाराज़गी वर्ष 2002 से ही लेता आ रहा हूँ। मेरा दायित्व है कि नागरिकों के साथ होने वाले किसी भी अन्याय के विरुद्ध मैं मजबूती से खडा रहूँ। सरकारी योजनाओं की मानिटरिंग करना,यह सुनिश्चित करना कि उनमें भ्रष्टाचार न हो ,वे समय से पूरी हों और नागरिकों को परेशानी न झेलनी पड़े,यही मेरा दायित्व और कर्तव्य है।

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नाराज तो होंगें ही

विधायक ने कहा कि कोई विधायक इनके भ्रष्टाचार को नंगा जो कर रहा है। उन्‍होंने कहा कि आईने में चेहरा बदसूरत दिखे तो आईने को कोसने की जगह अपना चेहरा देखना चाहिए। यही होता है जब कोई नागरिकों के जीवन की बेहतरी और भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरी ईमानदारी से जंग लड़ता है।

मुख्य अभियंता ने दोषी अभियंताओं को बचाया

जमीन के भीतर अधोमानक पाइप डाली उन्‍होंने कहा कि जमीन के भीतर फटी अधोमानक पाइप लाइन डाली और हमने पकड़ लिया। पाइप खोदवाकर निकलवाई तो एक किमी लंबे पाइप का दो-तिहाई हिस्से पूरी तरह से फटे मिले। लखनऊ से टीएसी जांच आई तो फटी पाइप ले जाने की जगह अच्छी पाइप जांच के लिए लेकर गए। दोबारा वापस बुलाया तो मजबूरी में फटी पाइप लेकर जाना पड़ा। इसके बाद भी गोरखपुर के मुख्य अभियंता ने दोषी अभियंताओं को बचाया।

यहां के भी भ्रष्‍टाचार को किया उजागर

विधायक डा. राधामोहन दास अग्रवाल ने अभियंताओं के भ्रष्‍टाचार को सिलसिलेवार गिनाते हुए कहा कि देवरिया रोड पर 16 करोड रुपये का नाला पास कराया। एक किमी की दूरी पर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट था और सिर्फ तीन करोड में नाला बन जाता, लेकिन अभियंताओं ने 6 किमी लंबा नाला 16 करोड की लागत से पास कराया। और विशेषज्ञता देखिये उसी तुर्रा नाले में मिलाया ,जिसका पानी पूरे शहर को बाढ़ में डुबाता है, और बाढ़ का पानी आसानी से आ सके इसलिए रेगुलेटर भी नहीँ लगाया। योजना स्वीकृति कराने की इतनी जल्दी दी कि जानबूझकर यह तथ्य भी छिपा लिया कि नाले का 2 किमी हिस्सा कुसुम्ही जंगल से होकर जाता है। करोड़ों की मिट्टी निकली और सरकारी राजस्व में जमा करने की जगह चोरी से बेच डाला। ऐसे में तो ये लोग नाराज होंगे ही।

पूरी सड़क तोड़ डाली, जनता को किया तबाह

विधायक ने कहा कि  सीवर लाईन डालने के नाम पर नन्दानगर से लेकर देवरिया रोड होते हुए मालवीयनगर,पीपलडाढ़ा तक 2 साल मै सबकुछ नरक कर दिया । किसी घर को कनेक्शन नही दिया और सारी सडके तोड डाली। बच्चे गिर रहे, महिलाओं के पैर टूट रहे हैं। उनका इलाज नर्सिंग होम में हो रहा है, लेकिन इन्हे इसकी चिंता नहीं। इनका लिखित कांटेक्ट था कि तोडी गई सडके ठीक पुरानी जैसी बनाएंगे लेकिन सबकुछ दो साल से वैसा ही छोड दिया। जो बनाया वो इतनी घटिया हैं कि उसमें लूट के अलावा कुछ भी नहीं है।

दो साल हो गये और इन्हें नागरिकों की कोई चिंता ही नहीं है। 


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