खूनी की कमी बताकर कर दिया रेफर, गर्भवती ने एंबुलेंस में दिया बच्चे को जन्म Gorakhpur News
जिला महिला अस्पताल बस्ती में एक गर्भवती को चिकित्सक ने यह कहकर मेडिकल कालेज गोरखपुर के लिए रेफर कर दिया कि ब्लड की कमी है और गर्भ में पल रहा बच्चा सीधा होने के बजाय बेड़ा है। तीसरा सीजर नहीं हो पाएगा।
गोरखपुर, जेएनएन : जिला महिला अस्पताल, बस्ती में एक गर्भवती को चिकित्सक ने यह कहकर मेडिकल कालेज गोरखपुर के लिए रेफर कर दिया कि ब्लड की कमी है और गर्भ में पल रहा बच्चा सीधा होने के बजाय बेड़ा है। तीसरा सीजर नहीं हो पाएगा। स्वजन एंबुलेंस से प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला को लेकर गोरखपुर आ रहे थे कि बीच रास्ते में एंबुलेंस में ही किलकारी गूंज उठी। एंबुलेंस कर्मियों के प्रयास से सफलतापूर्वक प्रसव हुआ। जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित हैं।
महिला को कराया गया था भर्ती
प्रसव पीड़ा होने पर 30 वर्षीय अनुराधा पत्नी बुधिसागर को स्वजन जिला महिला अस्पताल में लाकर भर्ती करा दिया। ड्यूटी पर कार्यरत चिकित्सक ने प्रारंभिक जांच करते हुए स्वजन को बताया कि आपरेशन से दो बच्चे हो गए हैं। तीसरा सीजर यहां नहीं हो सकता। स्वजन ने बताया कि चिकित्सक ने बताया कि यदि प्रसव कराया जाता है तो बाद में दिक्कत हो सकती है। चिकित्सक ममतारानी ने गर्भवती को मेडिकल कालेज गोरखपुर के लिए रेफर कर दिया। स्वजन एएलएस एंबुलेंस में गर्भवती को लेकर जा रहे थे कि बीच रास्ते में प्रसव पीड़ा बढ़ी तो नार्मल प्रसव हो गया। ईएमटी सोहराब और चालक उमेश्वरनाथ का प्रयास सराहनीय रहा। फिलहाल महिला ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया। यह देख स्वजन खुश हो गए। फिलहाल प्रसव होने के बाद अनुराधा को गोरखपुर मेडिकल कालेज में भर्ती करा दिया गया है। लोगों का कहना है कि आए दिन चिकित्सक मरीजों को ऐसे ही परेशान करते हैं। इलाज में लापरवाही बरतते हैं।
तीसरा प्रसव आपरेशन से यहां संभव नहीं
बस्ती जिला महिला अस्पताल की सीएमएस डा. सुषमा सिन्हा ने कहा कि जिस गर्भवती को डा. ममता रानी ने रेफर किया था, उसका दो बार आपरेशन से प्रसव हो चुका था। तीसरा प्रसव आपरेशन से यहां संभव नहीं था। ऐसे में चिकित्सक ने रेफर किया है। बीएसटी पर खून की कमी दिखाया गया है। बच्चा बेड़ा होने की बात चिकित्सक ने स्वजन से कही थी कि नहीं, इसकी जानकारी स्वजन से की जाएगी।