गोरखपुर शहर को जाम से निजात दिलाएगा लाल घेरा, जानें क्या बनी है योजना Gorakhpur News
शायद ही कोई ऐसा दिन हो जब गोरखपुर शहर की सड़कों पर जाम न लगता हो। एसपी सिटी ने सबसे अधिक 10 ऐसे चौराहों को चिह्नित किया है। जाम की समस्या लाइलाज मर्ज की तरह हो गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। शहर को जाम की समस्या से निजात दिलाने को एसपी सिटी डॉ. कौस्तुभ ने नई पहल की है। 10 व्यस्ततम चौराहों को चिह्नित कर उन्हें जाम के झाम से मुक्त करने की कार्य योजना तैयार की है। इन चौराहों को अतिक्रमण मुक्त कराने के साथ ही एक निर्धारित दायरे में सड़क पर लाल रंग से घेरा बनाया जाएगा। इस घेरे के अंदर न तो कोई वाहन खड़ा होगा और न ही कोई ठेला या रेहड़ी लगेगी। ऐसा करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। चौराहों की नई व्यवस्था संचालित करने के लिए उन्होंने एक वाट्सएप ग्रुप भी बनाया है।
शहर के दस चौराहों पर प्रतिदिन लगते हैं जाम
शायद ही कोई ऐसा दिन हो, जब शहर की सड़कों पर जाम न लगता हो। खासकर कुछ चौराहे तो ऐसे हैं, जिन पर सुबह से लेकर देर शाम तक जाम लगा रहता है। एसपी सिटी ने सबसे अधिक 10 ऐसे चौराहों को चिह्नित किया है। इन चौराहों पर वाहनों के रुक कर सवारी चढ़ाने और उतारने तथा चौराहे के चारों तरफ दुकानें लगी होने की वजह से जाम की समस्या लाइलाज मर्ज की तरह हो गया है।
हटेंगी ठेले, खोंमचे और अन्य दुकानें
इन चौराहों से ठेले, खोंमचे और अन्य दुकानों को हटवाया जाएगा। निश्चित दायरे में वाहनों को नहीं रुकने दिया जाएगा। इसके लिए पुलिस चौराहे की सड़कों पर निर्धारित दायरे में लाल रंग से पट्टी बनवाएगी जाएगी। थानेदार और चौकी इंचार्ज की जिम्मेदारी होगी कि लाल घेरे के अंदर कोई वाहन न खड़े हों और कोई दुकान न लगे। प्रयोग के तौर पर आजाद चौक पर यह व्यवस्था लागू की गई है। कुछ दिन बाद अन्य चौराहों पर भी इसे लागू किया जाएगा।
ये चौराहे किए गए हैं चिह्नित
मोहद्दीपुर, पैडलेगंज, फलमंडी, आजाद चौक, ट्रांसपोर्टनगर, रेलवे चौकी तिराहा, धर्मशाला चौकी चौराहा, बेतियाहाता, असुरन और सीएस चौराहा का सर्वाधिक जाम के रूप में चिह्नित किया गया है।
हटेगा अतिक्रमण, नहीं रुकेंगे वाहन
इस संबंध में एसपी सिटी डा. कौस्तुभ का कहना है कि लोगों को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए चौराहों से अतिक्रमण हटवाया जाएगा। किसी भी वाहन को चौराहे पर नहीं रुकने दिया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी चौकी इंचार्ज और थानेदार पर होगी।