साक्षात्कार लेकर डाक्टरों की भर्ती करने के निर्देश Gorakhpur News
कमिश्नर ने कहा कि साक्षात्कार के जरिए डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती करें।
गोरखपुर, जेएनएन। कमिश्नर जयंत नार्लिकर ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 300 बेड का कोविड-19 अस्पताल 31 अगस्त तक तैयार करने के निर्देश दिए हैं। जिओ मीट के जरिये स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान मंडलायुक्त ने कहा कि सभी आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था भी सुनिश्चित कर ली जाए। साक्षात्कार के जरिए डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती करें। कमिश्नर ने कहा कि लोगों को बेहतर स्वास्थ सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए और मेहनत से कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कोविड-19 के एल-2 एवं एल-3 अस्पतालों में वेंटीलेटर तथा एचएफएनसी की व्यवस्था भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। कुशीनगर, महराजगंज और देवरिया के जिलाधिकारी को निर्देश दिया कि अपने जनपदों में एल-2 सुविधा अति शीघ्र प्रारंभ करें। कहा कि गोरखपुर में प्राइवेट चिकित्सालयों के सहयोग से अतिरिक्त कोविड-19 अस्पताल बनाए जाएं। होम आइसोलेशन वाले मरीजों की निगरानी पर बल देते हुए कहा कि इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड रूम में डिप्टी सीएमओ स्तर का एक डॉक्टर तैनात कर प्रतिदिन मरीजों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली जाए। उन्होंने कहा कि रैपिड रेस्पांस टीम नियमित रूप से क्षेत्र में जाए तथा अधिक से अधिक जांच एवं कांटेक्ट ट्रेंसिग करे।
लोगों के जीवन रक्षा व देशहित में दें अपनी सेवाएं
मंडलायुक्त ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन एवं नर्सिंग होम एसोसिएशन के पदाधिकारियों, अपर निदेशक स्वास्थ्य तथा अपर मुख्य चिकित्साधिकारी के साथ बैठक में कहा कि कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत लोगों के जीवन रक्षा के लिए देश हित में अपनी सेवाएं प्रदान करें। आयुक्त सभागार में हुई बैठक में उन्होंने कहा कि जनपद में लेवल-2 एवं लेवल-3 के कोविड अस्पतालों में बेडों की संख्या में वृद्धि की जा रही है, जिसके लिए आइएमए के डॉक्टरों एवं अन्य पैरामेडिकल स्टाफ की आवश्यकता होगी। आइएमए को इसके लिए प्रशासन की सहायता करनी होगी। अस्पताल संचालन के लिए सरकारी एवं निजी संस्थानों को मिलकर काम करना होगा, जिससे अधिक से अधिक लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाई जा सकें। उन्होंने कहा कि जो कोरोना संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में हैं, आइएमए के डॉक्टर्स उनकी भी निगरानी एवं सहायता करें। आइएमए के पदाधिकारियों ने मंडलायुक्त को हर प्रकार से सहायता का आश्वासन देते हुए सकारात्मक सहयोग की बात कही।