रेल पास का दुरुपयोग : रेलवे गार्ड एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष से 1.35 लाख की रिकवरी Gorakhpur News
रेलवे पास के दुरुपयोग के आरोप में रेलवे प्रशासन ने आल इंडिया गार्ड काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष जेबीएस त्रिपाठी के वेतन से 1.35 लाख रुपये की रिकवरी की है।
गोरखपुर, जेएनएन। रेलवे के सुविधा पास के दुरुपयोग के आरोप में रेलवे प्रशासन ने आल इंडिया गार्ड काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष जेबीएस त्रिपाठी के वेतन से 1.35 लाख रुपये की रिकवरी की है। शिकायत के आधार पर विजिलेंस ने जांच की तो मामला प्रकाश में आया।
दूसरे रूट के पास पर बुक कराया दूसरे यट का टिकट
मामला 29 मई 2018 का है। एसोसिएशन के सम्मेलन में भाग लेने के लिए गार्ड एसोसिएशन के कार्यकर्ता एसी बोगी में गए थे। लौटते वक्त बाघ एक्सप्रेस में एसी टू बोगी बुक कराई गई। यह बुकिंग संस्था अध्यक्ष के पैड पर हुई और सभी गार्ड ने अपने पास जमा किए। जो पास जमा किए गए थे वह दूसरे रूट के थे। जबकि नियम है कि जिस रूट पर यात्रा करनी है उसी रूट का पास होना चाहिए। किसी ने इसकी शिकायत विजिलेंस से कर दी।
विजलेंस जांच में सामने आया मामला
विजलेंस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी और मामला सही पाया गया। विजलेंस की रिपोर्ट पर बुकिंग कराने में शामिल तीन क्लर्क को चार्ज शीट दे दी गई। जबकि पूर्व अध्यक्ष के तीन महीने का इंक्रीमेंट रोककर उनके वेतन से किराया की वसूली का आदेश दिया गया। अब किराया की वसूली भी कर ली गई है।
हमने कोच बुक कराने के लिए आवेदन किया था, अगर पास गलत थे तो उसकी जांच क्यों नहीं की गई। जिस अधिकारी ने अनुमति दी उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। रेल प्रशासन ने बिना नोटिस दिए मेरे वेतन से 1.35 लाख की रिकवरी कर ली। न्याय के लिए कोर्ट की शरण लूंगा। - जेबीएस त्रिपाठी, वरिष्ठ पदाधिकारी, ऑल इंडिया गार्ड कौंसिल।