राशन की दुकानों तक विभाग खुद पहुंचाएगा खाद्यान्न, कोटेदारों को झंझट से मिली छुट्टी
गोरखपुर के कोटेदारों को पहले खुद खाद्यान्न लेने के लिए जाना पड़ता था। अब उन्हें इससे मुक्ति मिल गई है। विभाग खुद पहुंचाएगा खाद्यान्न।
गोरखपुर, जेएनएन। अब कोटेदारों को खाद्यान्न लेने के लिए खाद्य विभाग के पास नहीं जाना पड़ेगा। अपितु खाद्य विभाग कोटे के सामान लेकर राशन की दुकानों तक पहुंचाएगा। सभी केंद्रों पर माह के अंत तक डोर स्टेप डिलेवरी की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। खाद्य विभाग ने 46 केंद्रों के लिए निविदा आमंत्रित की थी जिसमें 31 केंद्रों पर ही ठेकेदारों ने निविदा डाली है जबकि अन्य 15 केंद्रों पर कोई निविदा नहीं पड़ी है। अब इन केंद्रों पर विभाग पुन: निविदा आमंत्रित करने की तैयारी में है।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत अंत्योदय व पात्र गृहस्थियों को वितरित किए जाने वाले खाद्यान्न को कोटेदार खाद्य विभाग के ब्लाक गोदाम से उठाकर गांव ले जाता है। इसमें कोटेदार को ब्लाक गोदाम पर खाद्यान्न की ढुलाई समेत गांव तक खाद्यान्न ले जाने के लिए गाड़ी का किराया भी देना पड़ता है। अब नई व्यवस्था में कोटेदारों को ब्लाक गोदाम पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। खाद्य विभाग कोटेदारों को घर बैठे खाद्यान्न उपलब्ध कराएगा। खाद्यान्न की घटतौली होने पर परिवहन ठेकेदार ही जिम्मेदार होगा।
खाद्यान्न भेजे जाने की कोटेदारों को मिलेगी सूचना
खाद्य विभाग जिस कोटेदार को खाद्यान्न भेजेगा वहां खाद्यान्न भेजने से पहले कोटेदार को सूचना भेजी जाएगी। ब्लाक गोदाम से खाद्यान्न भेजते समय ही विक्रेतावार डिलेवरी चालान निर्धारित प्रारूप की चार प्रतियों में गोदाम प्रभारी द्वारा निर्गत किया जाएगा। परिवहन ठेकेदार द्वारा डिलेवरी चालान पर सस्ता गल्ला विक्रेता से सही किस्म व मात्रा की प्राप्ति रसीद उसी दिन गोदाम प्रभारी को उपलब्ध कराया जाएगा। डिलेवरी चालान की मूलप्रति पर विक्रेता से रसीद प्राप्त की जाएगी। द्वितीय प्रति विक्रेता की होगी। तृतीय प्रति परिवहन ठेकेदार व चौथी प्रति कार्यालय की होगी। डिलेवरी चालान बुकलेट के केंद्रवार निर्गमन का लेखा-जोखा जिला खाद्य विपणन अधिकारी कार्यालय में रखा जाएगा।
टेक्निकल बिड की हो रही जांच : आरएफसी
संभागीय खाद्य नियंत्रक राममूर्ति पांडेय ने कहा कि संभाग के 31 केंद्रों के लिए पड़ी निविदाओं के लिए टेक्निकल बिड की जांच की जा रही है। टेक्निकल बिड में क्वालीफाई होने वाले ठेकेदारों की ही फाइनेंसियल बिड खुलेगी। फाइनेंसियल बिड में न्यूनतम निविदादाता की निविदा का स्वीकार किया जाएगा। जल्द ही अन्य 15 केंद्रों के लिए निविदा निकाली जाएगी। उन्होंने बताया कि इस माह के अंत तक सभी केंद्रों पर डोर स्टेप डिलेवरी लागू की पूरी कोशिश की जाएगी।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप