अयोध्या से मखौड़ा और श्रृंगीनारी तक बनेगा रामपथ, सर्वे टीम ने लिया जायजा Gorakhpur news
अयोध्या के बाद पड़ोसी जिलों में इसका सर्वाधिक लाभ बस्ती जिले के हरैया तहसील को मिलने वाला है।
गोरखपुर, जेएनएन। अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त होते ही बस्ती के भी पौराणिक स्थलों के दिन बहुरने की उम्मीद बढ़ गई है। बस्ती जनपद के सीमावर्ती परशुरामपुर ब्लाक के मख क्षेत्र की अब नई पहचान बनेगी। अयोध्या से मखौड़ा और श्रृंगीनारी तक रामपथ बनेगा। इसके लिए कवायद शुरू हो गई है। डीएम के निर्देशन में गठित टीम ने पौराणिक स्थलों पर पहुंचकर विकास की संभावनाएं तलाशी। अयोध्या से सटा बस्ती का मख क्षेत्र भगवान राम का उद्भव स्थल है।
त्रेताकाल में राजा दशरथ ने पुत्रेष्टि यज्ञ मखौड़ा में किया था। यहीं से बमुश्किल दस किमी की दूरी पर धार्मिक स्थल श्रृंगीनारी भी है। मान्यता है कि पुत्रेष्टि यज्ञ कराने वाले ऋषि श्रृंगी की धर्मपत्नी इस स्थान पर निवास करती थीं। अयोध्या के दिन बहुरने को हुए तो यह दोनों धाम भी चर्चा में आ गए। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा के नेतृत्व में अधिशासी अभियंता लोक निर्माण, अधिशासी अभियंता विद्युत अमित कुमार, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी, सिंचाई विभाग, क्षेत्राधिकारी शिव प्रताप ¨सह आदि अधिकारियों की टीम ने स्थलीय सर्वेक्षण किया। दोनों स्थलों पर विश्रामगृह, पोखरा, स्नान घाट, पार्क, वाहन स्टैंड, विद्युत गृह, चहारदीवारी आदि निर्माण का खाका खींचा गया। भौगोलिक स्थिति के हिसाब से निर्माण का नक्शा तैयार किया गया। एसडीएम मीणा ने बताया कि दस दिन के भीतर दोनों स्थलों की विस्तृत कार्य योजना तैयार कर डीएम को सौंप दी जाएगी।
यह हैं बस्ती में भगवान राम से जुड़े स्थल
बस्ती में भगवान राम से जुड़े स्थलों की भरमार है। हर्रैया तहसील क्षेत्र के मखौड़ा, श्रृंगीनारी, रामरेखा मंदिर, अमोलीपुर मंदिर, हनुमानबाग मंदिर, चौरासी कोसी संत परिक्रमा मार्ग, रामजानकी मार्ग, लालगंज का मोक्षेश्वर धाम रामयुग से जुड़े हैं।