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विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल बनेगा रामगढ़ ताल, 4.23 अरब होंगे खर्च Gorakhpur News

मंडलायुक्‍त जयंत नार्लिकर का कहना है कि रामगढ़ ताल मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में शामिल है। इसे विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Tue, 11 Feb 2020 12:00 PM (IST)Updated: Tue, 11 Feb 2020 01:19 PM (IST)
विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल बनेगा रामगढ़ ताल, 4.23 अरब होंगे खर्च Gorakhpur News
विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल बनेगा रामगढ़ ताल, 4.23 अरब होंगे खर्च Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। रामगढ़ ताल की मनोहारी छटा को सैलानी अब और करीब से निहार सकेंगे। ताल को विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए इस पर 4.23 अरब रुपये खर्च होंगे। इसमें ताल के उत्तरी छोर (पैडलेगंज से मोहद्दीपुर तक) पर 2.5 किमी बांध का निर्माण किया जाएगा। नया सवेरा स्थल को और विस्तार देते हुए देवरिया बाईपास तक 1.7 किमी लंबे बंधे का सौंदर्यीकरण भी कराया जाएगा। इसके अलावा ताल की गहराई बढ़ाने के लिए ड्रेजिंग भी कराई जाएगी। ड्रेजिंग पर 348 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसका प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा जा चुका है।

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83 लाख घनमीटर सिल्ट और स्लज की होगी पर्यावरणीय ड्रेजिंग

ताल की ड्रेजिंग में इस बार पर्यावरण का भी खास ख्याल रखा जाएगा। ताल की अधिकतम गहराई तीन मीटर (बीच में) है, जबकि किनारे व अन्य स्थानों पर आधे से दो मीटर की औसत गहराई है। पर्यावरणीय ड्रेजिंग के जरिये स्लज में मौजूद पोषक तत्वों (नाइट्रोजन व फास्फोरस) की निकासी की जाएगी। इसके बाद ताल की औसत गहराई तीन मीटर हो जाएगी और ताल में लगातार बढ़ रही जलकुंभी पर भी अंकुश लग सकेगा।

देवरिया बाईपास पर भव्य प्रवेश द्वार

नया सवेरा (फेज वन) का निर्माण 18.8 करोड़ की लागत से एक किमी तक किया गया है, जिसका कार्य 90 फीसद पूरा हो चुका है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर नया सवेरा (फेज टू) के लिए जल निगम ने 39.51 करोड़ का प्रस्ताव पिछले सप्ताह शासन को भेजा है। इसमें बंधे का सौंदर्यीकरण 1.7 किमी और बढ़ाते हुए देवरिया बाईपास तक किया जाएगा। चिडिय़ाघर से सटे देवरिया बाईपास पर एक भव्य प्रवेश द्वार के साथ टिकट रूम भी बनेगा। नया सवेरा (फेज टू) में हरियाली पर विशेष जोर दिया गया है। इसमें चिडिय़ाघर और बांध के बीच में पडऩे वाले पेड़ों को संरक्षित किया जाएगा। कारपेट ग्रास के साथ ही उस पर फूल-पौधे भी लगाए जाएंगे।

वृद्ध व दिव्यांगों के लिए ई-रिक्शे की सुविधा होगी उपलब्ध

वृद्धों व दिव्यांगों के लिए ई-रिक्शे की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे वृद्ध व दिव्यांग भी ताल की अनुपम छटा का आनंद ले सकें। बैटरी से संचालित छह ई-रिक्शे बांध के अंतिम छोर पर उपलब्ध रहेंगे। इसके अलावा 18 सीसीटीवी कैमरे व 315 सोलर स्ट्रीट लाइट भी लगाए जाएंगे। बच्चों के खेलने के लिए आठ व ओपेन जिम के 14 उपकरण लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर करने में मदद करेंगे।

ताल में गंदगी रोकने को पुख्ता इंतजाम

शहर के विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले छह बड़े नालों को सीवेज पंपिंग स्टेशन से जोड़ दिया गया है, लेकिन ताल के पश्चिमी छोर पर रेलवे कॉलोनी समेत प्राइवेट कालोनियों का गंदा पानी सीधे ताल में गिर रहा है। पैडलेगंज से मोहद्दीपुर तक 3.5 मीटर चौड़े व 2.5 किमी लंबे बांध (पाथ वे) के निर्माण पर 34.82 करोड़ रुपये खर्च होंगे। बंधे पर इंटरलाकिंग टाइल्स, लेक साइड में रेलिंग, 127 सोलर लाइट 26 सीटिंग बेंच भी बनाए जाएंगे। इसके अतिरिक्त इंटरसेप्टर सीवर लाइन भी बिछाई जाएगी, जिसके माध्यम से 11 नालियों को पैडलेगंज स्थित सीवेज पंपिंग स्टेशन से जोड़ा जाएगा।

मार्च से पहले हो जाएगा धन आवंटन

इस संबंध में मंडलायुक्‍त जयंत नार्लिकर का कहना है कि रामगढ़ ताल मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में शामिल है। इसे विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। ताल की ड्रेजिंग का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा गया है। नया सवेरा (फेज टू) के लिए 39.51 करोड़ व पैडलेगंज से मोहद्दीपुर तक 2.5 किमी बांध निर्माण के लिए 34.82 करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। शासन स्तर पर वार्ता चल रही है। मार्च से पहले इन पर धनावंटन कराकर विकास कार्य शुरू करा दिए जाएंगे। कोशिश यही है कि ताल में एक बूंद भी गंदा पानी न गिरने पाए।


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