आंधी व पानी से तबाही, मकान ध्वस्त,बिजली आपूर्ति बाधित
देवरिया आंधी पानी के चलते बुधवार की सुबह मूसलधार बारिश के बीच शहर से लेकर देहात तक
देवरिया: आंधी पानी के चलते बुधवार की सुबह मूसलधार बारिश के बीच शहर से लेकर देहात तक की बिजली आपूर्ति काफी देर तक बाधित रही। उधर आंधी के चलते से कई स्थानों पर पेड़ गिर गए तथा ग्रामीण इलाकों में कई छप्पर व मकान ध्वस्त हो गए।
बुधवार को सुबह करीब आठ बजे हुई मूसलधार बारिश के चलते राघव नगर मोहल्ले में जिलाधिकारी आवास के निकट आम का पेड़ टूट कर गिर गया। इस कारण कुछ देर के लिए आवागमन बाधित रहा। इसी तरह बैतालपुर के निकट आम का पेड़ टूटकर गिरने से आवागमन बाधित रहा। इसी तरह खोराराम रोड पर अमवा महुआ का पेड़ टूट कर गिर गया। जिससे खोराराम रुद्रपुर मार्ग काफी देर तक बाधित रहा। ग्रामीण क्षेत्रों में करीब पांच घंटे बाद बिजली आपूर्ति बहाल हुई।
दूसरी तरफ रुद्रपुर तहसील क्षेत्र के खोरमा गांव में तेज आंधी व बारिश के बीच शेषमणि का खपरैल का मकान का आधा हिस्सा ध्वस्त हो गया। जिसमें रखा करीब 20 क्विंटल गेहूं व अन्य सामान भी मलबे में दब गया। बारिश के काफी देर बाद मलबे को हटाने की कोशिश की गई। हालांकि मकान ध्वस्त होने के दौरान कोई हताहत नहीं हुआ। इसके अलावा पथरदेवा इलाके में कई जगह छप्पर गिर गए।
दूसरी तरफ बारिश के चलते खेती किसानी का काम जोर पकड़ने लगा है धान का बेहन डालने के लिए किसान खेतों की तरफ चल पड़े हैं। यह बारिश किसानों के लिए फायदेमंद है खास तौर पर गन्ने के खेतों के लिए यह पानी सोने जैसा है।
जिला कृषि अधिकारी हम्मद मुजम्मिल ने बताया कि हालांकि यह बारिश बिना मौसम की है लेकिन किसानों को खेत तैयार करने के लिए काफी फायदेमंद है। बेमौसम बारिश से ईंट उद्योग को भारी क्षति बेमौसम बरसात ने जहां आम जन को गर्मी से राहत दिलाई है तो वहीं ईंट उद्योग को भारी क्षति भी पहुंचाई है। बारिश की वजह से एक भट्ठे पर करीब दो लाख से अधिक मूल्य की कच्ची ईंट बर्बाद हुई है।
सोमवार व बुधवार को ईंट भट्ठों के लिए आसमान से आफत की बारिश हुई। जिसकी वजह से बड़ी संख्या में निर्मित कच्ची ईंट पानी में डूब कर नष्ट हो गई। इसमें सबसे अधिक मार वहां काम करने वाले मजदूरों को हुई है। जिन्होंने कड़ी मेहनत से ईंट बनाई किन्तु मूसलधार बरसात ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया। क्षेत्र के हरनही भट्ठा मालिक अमर नाथ यादव व बरांव के विजेश्वरी सिंह ने बताया कि लगभग दो लाख से अधिक लागत की ईंट का नुकसान हुआ है।