Railway Panel Hospitals: गोरखपुर के नौ समेत देश के 16 निजी हॉस्पिटल रेलवे के पैनल में शामिल, यहां देखें पूरी सूची
भारतीय रेलवे ने अपने कर्मचारियों के लिए चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ाते हुए गोरखपुर के नौ समेत देश के 16 निजी अस्पतालों को पैनल में शामिल किया है। इससे रे ...और पढ़ें

हनुमान प्रसाद पोद्दार, आनंदलोक व रचित हास्पिटल के साथ भी हुआ एलएनएम का करार
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। रेलकर्मियों व उनके स्वजन के लिए राहत भरी खबर है। गंभीर बीमारी होने पर उनका समय से समुचित इलाज हो सकेगा। रेलवे प्रशासन की पहल पर ललित नारायण मिश्र केंद्रीय रेलवे अस्पताल (एलएनएम) गोरखपुर के पैनल में गोरखपुर के नौ और लखनऊ, दिल्ली व दिल्ली एनसीआर के सात समेत देश के कुल 16 निजी हास्पिटल शामिल हो गए हैं। जिसमें गुड़गांव स्थित मेदांता द मेडिसिटी सहित गोरखपुर के हनुमान प्रसाद पोद्दार, आनंदलोक और रचित हाॅस्पिटल तथा राज और संगम आई हाॅस्पिटल का भी रेलवे के साथ करार हो गया है। रेलवे के पैनल में शामिल निजी हास्पिटलों में अब रेफर मरीजों का कैशलेस उपचार हो सकेगा।
रेलवे अस्पताल का श्री गुरु गोरक्षनाथ चिकित्सालय ब्लड बैंक, गोरखपुर से भी करार हो चुका है। रेलवे अस्पताल में भर्ती रोगियों व रेलवे के लाभार्थियों को श्री गुरु गोरक्षनाथ चिकित्सालय ब्लड बैंक से कैशलेस ब्लड मिल सकेगा। पारस्परिक सहमति के आधार पर ललित नारायण मिश्र केंद्रीय रेलवे अस्पताल और श्री गुरु गोरक्षनाथ चिकित्सालय ब्लड बैंक गोरखपुर के बीच रेलवे लाभार्थियों को रक्त एवं रक्त अवयव कैशलेस आधार पर उपलब्ध कराने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं।
इस समझौता से रेलवे लाभार्थियों को लाभ मिलेगा। रेलवे प्रशासन की इस पहल पर रेलकर्मियों ने प्रसन्नता जताई है। एनई रेलवे मजदूर यूनियन (नरमू) के महामंत्री केएल गुप्ता ने कहा है कि रेलवे प्रशासन ने रेलकर्मियों की सुध ली है। रेलकर्मियों को अब परेशान नहीं होना पड़ेगा। पैनल में शामिल अस्पतालों में रेफर होने के बाद रेलकर्मियों व उनके स्वजन का नियमानुसार कैशलेस उपचार हो सकेगा।
पैनल में शामिल गोरखपुर के निजी अस्पताल
- फातिमा हाॅस्पिटल, मदर टेरेसा रोड- पादरी बाजार
- न्यू प्रकाश सर्जिकल क्लिनिक, कौवाबाग पुलिस चौकी
- श्री साईं नेत्रालय, दस नंबर बोरिंग- सोनौली रोड
- श्रीराम जानकी नेत्रालय, एडी चौक, जुबिली रोड
- आनंदलोक मेडिकल रिसर्च सेंटर, गोरखनाथ
- रचित हास्पिटल, मोगलहा- मेडिकल काॅलेज रोड
- हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर हाॅस्पिटल, गीता वाटिका
- राज आई हाॅस्पिटल, छात्र संघ चौराहा, गोरखपुर
- संगम आई हाॅस्पिटल, गोरखपुर
पैनल में शामिल बाहर के निजी अस्पताल
- बत्रा हास्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च सेंटर, न्यू दिल्ली
- यशोदा हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, नेहरू नगर- गाजियाबाद
- सर्वोदय हास्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, फरीदाबाद- हरियाणा
- मेदांता, द मेडिसिटी, सेक्टर 38- गुड़गांव
- नियो हाॅस्पिटल, सेक्टर- 50, नोएडा
- यथार्थ वेलनेस हास्पिटल एंड हर्ट सेंटर, सेक्टर 110, नोएडा
- ग्लोब मेडिकेयर, निराला नगर- लखनऊ
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रेलवे की ओपीडी में बैठेंगे बाहर के भी चिकित्सक
अब रेलकर्मियों व उनके स्वजन को न्यूरोलाजी, कार्डियोलाजी और नेफ्रोलाजी आदि विषय के विशेषज्ञ चिकित्सकों से परामर्श लेने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। अब उन्हें रेलवे अस्पताल में भी आनरेरी विजिटिंग स्पेशलिस्ट इंगेजमेंट (एचवीएस) सुविधा के तहत विशेषज्ञ चिकित्सकों की निश्शुल्क सलाह मिल जाएगी। रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देश पर एलएनएम गोरखपुर की ओपीडी में भी बाहर के विशेषज्ञ चिकित्सक बैठेंगे। रेलवे प्रशासन ने आनरेरी विजिटिंग स्पेशलिस्ट इंगेजमेंट की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। अस्पताल प्रबंधन ने आवेदन भी मांगे हैं। लगभग आधा दर्जन आवेदनों पर सहमति भी बन गई है। रेलवे बोर्ड ने इस सुविधा के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों का संशोधित मानदेय भी निर्धारित कर दिया है।
रेलवे लाभार्थियों एवं उनके आश्रितों के कैशलेस उपचार के लिए मेदांता समेत 16 निजी अस्पतालों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुआ है। इसके अलावा श्री गुरु गोरक्षनाथ चिकित्सालय ब्लड बैंक और एक निजी एंबुलेंस के साथ भी समझौता हुआ है। पैनल में शामिल हास्पिटल के संबंध में जारी एडवाइजरी का अनुपालन करते हुए रोगियों को गुणवत्ता एवं समयबद्ध चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाएगी। आनरेरी विजिटिंग स्पेशलिस्ट इंगेजमेंट (एचवीएस) के अंतर्गत विशेषज्ञ चिकित्सकों के भी नौ आवेदन मिले हैं। जल्द ही विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ भी अनुबंध करार कर लिया जाएगा। रोगियों को अतिरिक्त परामर्श की सुविधा भी मिल जाएगी।
- डा. मो. एए खान, चिकित्सा निदेशक, एलएनएम- गोरखपुर

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