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निजीकरण और निगमीकरण के विरोध में रेलकर्मियों ने बांधी काली पट्टी, किया प्रदर्शन Gorakhpur News

प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए मंडल अध्यक्ष राजेश सिंह ने कहा कि पूरे भारत वर्ष में सरकार जगाओ सप्ताह मनाया जा रहा है।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Thu, 30 Jul 2020 09:30 AM (IST)Updated: Fri, 31 Jul 2020 09:52 AM (IST)
निजीकरण और निगमीकरण के विरोध में रेलकर्मियों ने बांधी काली पट्टी, किया प्रदर्शन Gorakhpur News
निजीकरण और निगमीकरण के विरोध में रेलकर्मियों ने बांधी काली पट्टी, किया प्रदर्शन Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। भारतीय मजदूर संघ के आह्वान पर पूर्वोत्तर रेलवे में पूर्वोत्तर रेलवे श्रमिक संघ (पीआरएसएस) की ओर से सरकार जगाओ सप्ताह मनाया गया। इस दौरान रेलकर्मियों ने कालीपट्टी बांधकर कार्य किया। पदाधिकारियों ने भोजनावकाश में यांत्रिक कारखाना के मध्य गेट पर शारीरिक दूरी का पालन करते हुए प्रदर्शन करते हुए  सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की।

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देशभर में मनाया जा रहा सरकार जगाओ सप्ताह

प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए मंडल अध्यक्ष राजेश सिंह ने कहा कि पूरे भारत वर्ष में सरकार जगाओ सप्ताह मनाया जा रहा है। सरकार रेलवे सहित देश भर की समस्त सरकारी संस्थानों और निगमों का धीरे-धीरे निजी हाथों में सौंपती जा रही है।  इसके चलते उद्याेग और मजदूर दोनों खतरे में हैं। केंद्रीय उपाध्यक्ष संजय त्रिपाठी ने कहा कि सरकार जगाओ सप्ताह के बाद भारतीय मजदूर संघ अपने सभी अनुषांगिक संगठनों के साथ वार्ता कर सरकार के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आंदोलन पर विचार कर सकता है । यह सरकार मजदूर और उद्योग विरोधी है। पूर्वोत्तर रेलवे श्रमिक संघ इसका पुरजोर विरोध करता है। केंद्रीय सहायक मंत्री बजरंगी दूबे ने कहा कि यह काला दिवस पूर्वोत्तर रेलवे श्रमिक संघ के सभी शाखाओं और कारखानाें में मनाया जा रहा है। संघ इस आंदोलन को जन आंदोलन के रूप में बदलने का प्रयास करेगा। प्रदर्शन का संचालन मंडल मंत्री सुरेंद्र कुमार यादव ने किया। इस मौके पर डीके चक्रवर्ती, अजीत सिंह, जनार्दन सिंह, अवधेश कुशवाहा, पन्ने लाल यादव, योगेश शुक्ला, डीएस खरे, डीएल मौर्या, मुकेश श्रीवास्तव, श्रीकांत सिंह और अजय कुमार यादव आदि पदाधिकारी मौजूद थे।

सैनिटाइजर और थर्मल स्कैनिंग की मांग को लेकर प्रदर्शन

पूर्वोत्तर रेलवे श्रमिक संघ ने कोविड-19 की रोकथाम में कारखाना प्रबंधन की उदासीनता को लेकर भी प्रदर्शन किया। पदाधिकारियों ने कहा कि कारखाना प्रबंधन संक्रमण को रोकने में नाकाम है। कारखाने में कोरोना के मरीज बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन उसे रोकने के लिए कोई समुचित प्रयास नहीं किए जा रहे । सैनिटाइजर नहीं है। थर्मल स्कैनिंग भी नहीं हो रही है। शारीरिक दूरी का पालन भी नहीं कराया जा रहा। इसको लेकर कर्मचारियों में भय और गुस्सा दोनों है। संघ ने आंदोलन की चेतावनी देते हुए सैनिटाइजर और थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था करने की मांग की है।


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