लोको पायलट की परीक्षा पास करने के बाद भी कर रहे रेल लाइन साफ Gorakhpur News
रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देश के बाद भी पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन दो वर्ष में भी विभागीय पदोन्नति की प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाया है। लिखित परीक्षा व मेडिकल टेस्ट पास करने के बाद भी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सहायक लोको पायलट स्टेशन मास्टर और वरिष्ठ क्लार्क बनने के लिए भटक रहे हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। इसे विभागीय उदासीनता कहें या सिस्टम की खामी। रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देश के बाद भी पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन दो वर्ष में भी विभागीय पदोन्नति की प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाया है। लिखित परीक्षा व मेडिकल टेस्ट पास करने के बाद भी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी (ट्रैकमैन, प्वाइंटमैन, गेटमैन, खलासी, चपरासी आदि) सहायक लोको पायलट, स्टेशन मास्टर और वरिष्ठ क्लार्क बनने के लिए भटक रहे हैं। ट्रैकमैन ट्रेन चलाने की जगह रेल लाइनों पर पसीना बहाने को मजबूर हैं। इसको लेकर कर्मचारियों और संगठनों में आक्रोश है।
सहायक लोको पायलट व स्टेशन मास्टर के पद पर तैनाती के लिए भटक रहे रेल कर्मचारी
रेलवे बोर्ड ने 21 जनवरी 2018 को ही विभागीय पदोन्नति परीक्षा (जीडीसीई) के लिए आदेश जारी कर दिया था। कुल आठ ग्रुप के लिए 30 दिसंबर 2018 को लिखित परीक्षा हुई। 25 फरवरी 2019 को परिणाम घोषित हो गए। मेडिकल के बाद रेलवे प्रशासन ने ग्रुप एक और पांच को छोड़कर अन्य ग्रुप की पदोन्नति प्रक्रिया पूरी कर ली। रेलकर्मचारियों का प्रशिक्षण भी शुरू हो गया। लेकिन ग्रुप एक और पांच के 265 रेल कर्मचारी अभी भी तैनाती के लिए भटक रहे हैं। जबकि ग्रुप एक में सहायक लोको पायलटों 71 पद, तकनीशियन के 76 तथा ग्रुप पांच में स्टेशन मास्टर के 66 और वरिष्ठ क्लर्क के 52 पद खाली हैं।
शासनादेश के बाद भी दो वर्ष में पूरी नहीं हो पाई विभागीय पदोन्नति की प्रक्रिया, आक्रोश
रेल कर्मचारी तैनाती को लेकर ज्ञापन और धरना-प्रदर्शन के माध्यम से रेलवे प्रशासन पर लगातार दबाव बना रहे हैं। लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही। एनई रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री केएल गुप्त के अनुसार पदोन्नति के लिए अपर महाप्रबंधक से वार्ता की गई है। उन्होंने यथाशीघ्र शेष पदों पर पदोन्नति की प्रक्रिया भी पूरी करने आश्वासन दिया है। इसके बाद भी पदोन्नति नहीं हुई तो मामले को रेलवे बोर्ड तक पहुंचाया जाएगा। पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री ने विनोद कुमार राय ने रेलवे प्रशासन को आंदोलन की चेतावनी दी है।
वर्तमान रिक्त पदों के सापेक्ष एक सप्ताह के अंदर पैनल जारी कर दिया जाएगा। पैनल जारी होने के बाद यथाशीघ्र तैनाती की प्रक्रिया भी पूरी कर ली जाएगी। - पंकज कुमार सिंह, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पूर्वोत्तर रेलवे