23 खाद दुकानों पर टीम ने की छापेमारी
बिक्री पंजिका में सभी किसानों का विवरण अंकित न होने पर केंद्र प्रभारी को नोटिस
संतकबीर नगर: तहसील प्रशासन व कृषि विभाग की संयुक्त टीम ने बुधवार को जनपद के तीन तहसीलों में 23 खाद की दुकानों पर छापेमारी की गई। डीएपी, सिगल सुपर फास्फेट, कैल्शियम के छह नमूने लिये। बिक्री पंजिका में सभी किसानों का विवरण अंकित न होने पर एक केंद्र के प्रभारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। वहीं, स्टाक बोर्ड में खाद की पूरी मात्रा अंकित न मिलने पर एक अन्य केंद्र प्रभारी को चेतावनी दी गई। छापेमारी की वजह से खाद विक्रेताओं में देर शाम तक खलबली मची रही।
एसडीएम योगेश्वर सिंह के नेतृत्व में जिला कृषि अधिकारी पीसी विश्वकर्मा की संयुक्त टीम ने धनघटा तहसील क्षेत्र में बुधवार को खाद की 15 दुकानों पर छापेमारी की और दो नमूने लिये। डीसीएफ बेलहरा में जांच के दौरान पाया कि खाद की बिक्री पंजिका में सभी किसानों का विवरण अंकित नहीं है। स्टाक बोर्ड में खाद की मात्रा अपडेट नहीं पाया गया। इस पर यहां के केंद्र प्रभारी को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन में स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। वहीं आइएफएफडीसी-गोरयाघाट में खाद के स्टाक की तुलना में उतनी मात्रा बोर्ड पर अंकित नहीं पाया गया। इस पर यहां के केंद्र प्रभारी को चेतावनी दी गई। एसडीएम नवीन चंद्र श्रीवास्तव के नेतृत्व में उप कृषि निदेशक लोकेंद्र सिंह की संयुक्त टीम ने खलीलाबाद तहसील क्षेत्र में दो दुकानों पर छापा डाला और एक नमूने लिए। जबकि एसडीएम अजय कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में भूमि संरक्षण अधिकारी एसके तिवारी की संयुक्त टीम ने छह दुकानों पर छापा डाला और तीन नमूने लिये। डीएम दिव्या मित्तल ने कहा कि इस छापेमारी में तीनों तहसीलों से डीएपी के तीन, सिगल सुपर फास्फेट के दो व कैल्शियम के एक कुल छह नमूने लिए गए हैं। छापेमारी की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। सभी विक्रेता किसानों को निर्धारित मूल्य पर खाद बेचे। उन्हें प्वाइंट आफ सेल (पीओएस) से निकली रसीद भी तुरंत दें। यह रसीद न देने पर संबंधित विक्रेता के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।