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रागदरबारी, मैला आंचल और चित्रलेखा का क्रेज बरकरार Gorakhpur News

पुस्तक मेला में लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है। बच्चे युवा बूढ़े और महिलाएं सभी स्टाल तक पहुंच रही हैं और अपनी मनपसंद किताबों को तलाश कर खरीद रही है।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Wed, 15 Jan 2020 09:50 AM (IST)Updated: Wed, 15 Jan 2020 11:38 AM (IST)
रागदरबारी, मैला आंचल और चित्रलेखा का क्रेज बरकरार Gorakhpur News
रागदरबारी, मैला आंचल और चित्रलेखा का क्रेज बरकरार Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। नई-नई किताबों का प्रकाशन निरंतर जारी है, बावजूद इसके बहुत सी पुरानी किताबों का क्रेज आज भी पाठकों में बरकरार है। गोरखपुर महोत्सव के तहत गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर में लगे पुस्तक मेले में पुरानी किताबों के प्रति पाठकों का आकर्षण इसकी तस्दीक है। श्रीलाल शुक्ल की 'राग दरबारी, फणीश्वर नाथ रेणू की 'मैला आंचल और भगवती चरण वर्मा की 'चित्रलेखा की जबरदस्त डिमांड है। प्रेमचंद के उपन्यास और कहानियों की किताब की मांग को देखकर उनकी प्रासंगिकता का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।

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पुस्तक मेले में उमड़ रही भीड़

पुस्तक मेला में लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है। बच्चे, युवा, बूढ़े और महिलाएं सभी स्टाल तक पहुंच रही हैं और अपनी मनपसंद किताबों को तलाश कर खरीद रही है। वाणी और राजकमल प्रकाशन के स्टाल पर काफी भीड़ लग रही है। जनवादी पुस्तक स्टाल को लेकर भी लोगों में खासा आकर्षण है। ओशो की किताबों के कद्रदान खोजकर उस स्टॉल पर पहुंच रहे हैं, जहां वह किताबें उपलब्ध हैं। मेले की शुरुआत में ही लगे चिल्ड्रेन बुक ट्रस्ट के स्टॉल पर बच्चों की संख्या को देखकर आसानी से उनके पुस्तक प्रेम का अंदाजा लगाया जा सकता है। विष्णु शर्मा के पंचतंत्र के प्रति बच्चों का आकर्षण देखने लायक है।

क्‍या कहते हैं प्रकाशक

वाणी प्रकाशन के संदीप तिवारी का कहना है कि तसलीमा नसरीन की 'लज्जा की कई प्रतियां बिक चुकी हैं। कुमार विश्वास की किताब जो 'मैं हूं जॉन एलिया हूं को भी लोग खूब पसंद कर रहे हैं। हिंदी साहित्य का ज्ञानकोष खरीदने वालों की भी अच्छी तादाद है। प्रकाशन संस्‍थान के मनोज शर्मा का कहना है कि महात्मा गांधी की किताब 'सत्य के साथ मेरे प्रयोग और हिम्मत भाई मेहता की किताब 'चक्रवर्ती सन्यासी सरदार वल्लभ भाई पटेलÓ की काफी प्रतियां बिक चुकी हैं। तेनाली राम, हितोपदेश, जातक कथाएं भी खूब पसंद की जा रही हैं। राज कमल प्रकाशन के अंजनी कुमार मिश्र का कहना है कि 'राग दरबारी, 'मैला आंचल, 'चित्रलेखा के अलावा कुमार विश्वास की किताब 'फिर मेरी याद और रवीश कुमार की किताब 'बोलना ही है की काफी डिमांड है। लाइब्रेरी की शोभा बढ़ाने के लिए लोग गुले-नगमा भी खूब खरीद रहे हैं। चिल्‍ड्रेन बुक ट्रस्‍ट के राधा कृष्‍ण का कहना है कि बच्चे ज्यादा चित्र वाली पुस्तकें पसंद कर रहे हैं। उस लिहाज से काफी किताबें स्टॉल पर मौजूद हैं। पंचतंत्र का आकर्षण अभी भी बरकरार है। चित्र की साथ कहानी वाली किताबों की बिक्री सर्वाधिक है। ऐसी किताबों भी खूब हैं।


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