गीडा की फैक्ट्रियों में उत्पादन शुरू, अब बाजार खुलने का इंतजार Gorakhpur News
उद्योगों के लिए मुख्यमंत्री की घोषणा से उद्यमियों में खुशी है लेकिन उनका कहना है कि राहत तभी मिलेगी जब बाजार खुलेंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। गीडा की ज्यादातर फैक्ट्रियां चल रही हैं। उत्पादन भी शुरू हो गया है लेकिन तैयार माल के लिए बाजार नहीं मिल पा रहा है। इसलिए उत्पादन बंद होने का संकट गहराने लगा है। उद्योगों के लिए मुख्यमंत्री की घोषणा से उद्यमियों में खुशी है लेकिन उनका कहना है कि राहत तभी मिलेगी जब बाजार खुलेंगे।
बाहर से आने लगा कच्चा माल
लॉकडाउन में लोगों तक जरूरी सामान पहुंचाने के लिए शासन ने फैक्ट्रियों को खोलने की अनुमति दी थी। इसके बाद फैक्ट्रियां खुलनी शुरू हो गईं और उत्पादन भी होने लगा। शुरुआती दिक्कतों के बाद कच्चा माल भी बाहर से आने लगा है लेकिन स्थानीय स्तर पर बाजार न मिलने के कारण समस्या बढ़ती जा रही है। चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के उपाध्यक्ष आरएन सिंह का कहना है कि स्थानीय स्तर पर बाजार न खुलने से माल बिक नहीं पा रहा है। हालांकि अगल-बगल के जिलों में बिक्री में बहुत ज्यादा दिक्कत नहीं हो रही है। बाजार जैसे-जैसे खुलते जाएंगे स्थिति सामान्य होती जाएगी।
110 फैक्ट्रियों को मिल चुकी है अनुमति
गीडा प्रशासन 16 अप्रैल से अब तक 110 फैक्ट्रियों के संचालन की अनुमति दे चुका है। इनमें हर तरह के उत्पाद की फैक्ट्रियां शामिल हैं।
सिर्फ देना होता है घोषणा पत्र
फैक्ट्री शुरू करने के लिए उद्यमियों को 12 बिंदुओं का घोषणा पत्र देना होता है। इस घोषणा पत्र में कोविड 19 महामारी से बचाव को लेकर केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुपालन का वादा करना होता है।
सीएम की घोषणा के बाद कई लोग पहुंचे
उद्योगों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा के बाद बुधवार को कई लोग गीडा कार्यालय पहुंचे। गीडा के प्रबंधक (संपत्ति) संजय तिवारी ने बताया कि फैक्ट्री चलाने के लिए उद्यमियों को प्रेरित किया जा रहा है।
मेरे पास कच्चा माल उपलब्ध
झा वाटर बॉटलिंग प्लांट, सेक्टर-15 गीडा के आदित्य कुमार झा का कहना है कि मुख्यमंत्री की घोषणा की जानकारी मिली तो प्लांट शुरू करने की जानकारी लेने आया हूं। घोषणा पत्र जमा कर दिया है। अफसरों ने अनुमति देने की बात कही है। मेरे पास कच्चा माल उपलब्ध है। उत्पादन के साथ बाजार खुल जाए तो सभी समस्याएं दूर हो जाएंगी।
अनुमति के लिए किया आवेदन
राजेंद्र टोयोटा के जीएम (सर्विस) पीआर शुक्ल का कहना है कि वर्तमान में कई लोगों के फोन वाहनों की सर्विसिंग के लिए आ रहे हैं। मुख्यमंत्री की घोषणा की जानकारी दैनिक जागरण के माध्यम से हुई तो गीडा कार्यालय आया। अफसरों से जानकारी लेने के बाद अनुमति के लिए आवेदन किया है।