जिद पर अड़ा बंदी, बोला-या तो न्याय मिलेगा, नहीं तो फिर जान जाएगी, Gorakhpur News
विचाराधीन बंदी नवरंग सिंह का कहना है कि उसकी जमीन पर जबरिया विरोधियों द्वारा कब्जा किया जा रहा है। पुलिस ने इंसाफ नहीं किया। अब या तो न्याय मिलेगा नहीं तो जान देंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। देवरिया जिला कारागार में अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल कर रहे विचाराधीन बंदी नवरंग सिंह की हालत में अब सुधार है। जेल के अस्पताल में भर्ती विचाराधीन बंदी की नियमित जांच भी हुई। गुरुवार को परिजन भोजन व अन्य सामान लेकर जेल में मिलने के लिए पहुंचे, लेकिन भोजन व अन्य सामान वापस कर दिया। इसके बाद जेल अधीक्षक ने भी विचाराधीन बंदी से मुलाकात की लेकिन वह भोजन करने से इन्कार कर दिया। उसने कहा कि पुलिस ने फर्जी तरीके से फंसाया है। अब या तो न्याय मिलेगा नहीं तो जान देंगे।
15 अगस्त से बंद है जेल में
कुशीनगर जनपद के अहिरौली बाजार थाना क्षेत्र के ग्राम जगदीशपुर निवासी नवरंग सिंह को 15 अगस्त को जिला कारागार में बंद किया गया। इस पर एनडीपीएस एक्ट व मारपीट, बलवा, सरकारी कार्य में बांधा डालने समेत विभिन्न धाराएं दर्ज हैं।
कैदी की यह है मांग
विचाराधीन बंदी नवरंग सिंह का कहना है कि उसकी जमीन पर जबरिया विरोधियों द्वारा कब्जा किया जा रहा है। पुलिस ने इंसाफ नहीं किया। विरोधियों का सहयोग कर फर्जी मुकदमे में फंसाकर मुझे जेल में भेजा है। विचाराधीन बंदी नवरंग सिंह का कहना है कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तब तक भोजन व नाश्ता नहीं करेंगे। भले ही मौत हो जाए। इस संबंध में जेल अधीक्षक केपी त्रिपाठी का कहना है कि परिजन मनाने के लिए आए थे। परिवार के लोग केला व अन्य सामान लाए हुए थे। विचाराधीन बंदी ने पूरा सामान वापस कर दिया है। चिकित्सक की सलाह पर बंदी को ग्लूकोज दिया जा रहा है। लेकिन भोजन आदि नहीं ले रहा है। बंदी के बारे में कुशीनगर जिला प्रशासन को भी अवगत करा दिया गया है।