हाईस्कूल का फर्जी अंक पत्र मिलने पर प्रधानाध्यापिका बर्खास्त Gorakhpur News
रीता मिश्रा ने कूटरचित अभिलेख लगाकर नौकरी प्राप्त की हैं। इसको आधार बनाकर बीएसए ने रीता मिश्रा को पदच्युत करते हुए खंड शिक्षा अधिकारी को विधिक कार्रवाई का निर्देश दिया है।
गोरखपुर, जेएनएन। कूटरचित अभिलेख के आधार पर एसटीएफ ने देवरिया जिले में फर्जी शिक्षकों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जांच के आधार पर हाईस्कूल अंकपत्र फर्जी पाए जाने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश नारायण श्रीवास्तव ने गुरुवार को एक प्रधानाध्यापिका को बर्खास्त कर दिया।
सोंदा में तैनात थीं रीता मिश्र
देवरिया जनपद के सदर विकास खंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय सोंदा में रीता मिश्रा पुत्री विश्वंभर नाथ मिश्र प्रधानाध्यापक के रूप में तैनात हैं। इनके संबंध में शिकायत मिली थी। एसटीएफ ने रीता मिश्र की जांच की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
हाई स्कूल का अंकपत्र मिला फर्जी
अभिलेख में जो हाईस्कूल वर्ष 1986, अनुक्रमांक 0775030 का अंकपत्र लगाया है। वह सत्यापन में फर्जी पाया गया है। एसटीएफ ने 29 फरवरी 2020 को उत्तर प्रदेश क्षेत्रीय कार्यालय वाराणसी से सत्यापन कराया और बापू इंटर कालेज सलेमपुर के प्रधानाचार्य के सत्यापित क्रास लिस्ट से मिलान किया तो उसमें हाईस्कूल परीक्षा वर्ष 1986, जन्मतिथि पांच सितंबर 1974 पर कुमारी रीता पुत्री रमाकांत पांडेय का नाम अंकित पाया।
रीता मिश्र के खिलाफ विधिक कार्यवाही के निर्देश
रीता मिश्रा ने कूटरचित अभिलेख लगाकर नौकरी प्राप्त की हैं। इसको आधार बनाकर बीएसए ने रीता मिश्रा को पदच्युत करते हुए विकास खंड सदर के खंड शिक्षा अधिकारी को विधिक कार्रवाई का निर्देश दिया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा है कि फर्जी अंक पत्र के सहारे नौकरी करने वालों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा।