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अभेद्य किले में तब्दील रहा सर्किट हाउस, सेना के हेलीकाप्टर भरते रहे उड़ान

राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद की गोरखपुर यात्रा के दौरान सर्किट हाउस किले में तब्‍दील रहा। इस दौरान सेना के हेलीकाप्‍टर भी गश्‍त करते रहे।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Mon, 10 Dec 2018 12:33 PM (IST)Updated: Mon, 10 Dec 2018 12:33 PM (IST)
अभेद्य किले में तब्दील रहा सर्किट हाउस, सेना के हेलीकाप्टर भरते रहे उड़ान
अभेद्य किले में तब्दील रहा सर्किट हाउस, सेना के हेलीकाप्टर भरते रहे उड़ान

गोरखपुर, जेएनएन। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के गोरखपुर आने से कई घंटे पहले ही सर्किट हाउस को सुरक्षा बलों ने अभेद्य किले में तब्दील कर दिया था। परिसर के अंदर और बाहर सुरक्षा का इंतजाम ऐसा था कि किसी के आसपास फटकने की बात तो दूर परिंदा भी पर न मार सकें। सुरक्षा के लिहाज से खुफिया एजेंसियां सर्किट हाउस और आसपास के इलाके में काफी पहले से नजर रखनी शुरू कर दी थी लेकिन रविवार को सुबह 10 बजे से पहले ही सुरक्षा बलों ने सर्किट हाउस को पूरी तरह से अपने घेरे में ले लिया। एहतियात के तौर पर सर्किट हाउस रोड और आसपास की अन्य सड़कों पर आम लोगों की आवाजाही रोक दी गई। एडीजी सुरक्षा विजय कुमार खुद ही सर्किट हाउस के आसपास रहकर सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रख रहे थे।

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बनाया गया त्रि-स्तरीय सुरक्षा घेरा

सर्किट हाउस में राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए त्रि-स्तरीय सुरक्षा घेरा तैयार किया गया था। सर्किट हाउस के अंदर (इनर कार्डन) में वीआइपी सुईट के आसपास राष्ट्रपति का विशेष सुरक्षा दस्ता पीबीजी (प्रेसीडेंट बाडी गार्ड्स) के जवानों को तैनात किया गया था। इसके बाद के सर्किट हाउस के अंदर के हिस्सों को और परिसर (आउटर कार्डन) को पुलिस व पीएसी के जवानों ने अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया। इस त्रि-स्तरीय सुरक्षा घेरे के बाद सर्किट हाउस के बाहर चारों तरफ पीएसी की एक कंपनी अलग से तैनात की गई थी। बाहर तैनात पीएसी के जवान सर्किट हाउस के चारों तरफ गश्त कर रात भर नजर रखे रहे। इसके अलावा सर्किट हाउस रोड पर जगह-जगह पुलिस व पीएसी के जवान तैनात किए गए थे। अपर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में गठित विशेष सुरक्षा दस्ता रात भर सर्किट हाउस रोड पर गश्त करता रहा।

आकाश से भी निगरानी

एयरफोर्स से राष्ट्रपति का काफिला निकलने के तत्काल बाद सेना के हेलीकाप्टर ने शहर के चारों तरफ उड़ान भरनी शुरू कर दी। उनकी सुरक्षा इंतजाम को पुख्ता बनाने के लिए दो हेलीकाप्टर तैनात किए गए थे। दोनों हेलीकाप्टर राष्ट्रपति के शहर में मौजूद रहने तक नियमित अंतराल पर शहर के चारों तरफ उड़ान भरते रहे। इसके अलावा सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरे भी लगाए गए थे।

रामगढ़ ताल में भी सुरक्षा बलों की गश्त

सर्किट हाउस से कुछ ही दूरी पर स्थित रामगढ़ ताल में सुरक्षा के लिए पुलिस व पीएसी के जवान तैनात किए गए थे। राष्ट्रपति के सर्किट हाउस में पहुंचने से पहले ही इन जवानों ने स्टीमर से रामगढ़ ताल में गश्त शुरू कर दी। रात भर ये जवान रामगढ़ ताल में गश्त करते रहे।

सुरक्षा में तैनात हैं बड़ी संख्या में अधिकारी व जवान

राष्ट्रपति की सुरक्षा में 13 पुलिस अधीक्षक, 10 अपर पुलिस अधीक्षक, 33 क्षेत्राधिकारी, 80 इंस्पेक्टर/थानेदार, 430 उप निरीक्षक, 83 दीवान, 1402 सिपाही, 13 महिला उप निरीक्षक, 226 महिला सिपाही, चार ट्रैफिक इंस्पेक्टर, 21 ट्रैफिक सिपाही व दीवान शामिल थे। इसके अलावा पांच कंपनी पीएसी, एक कंपनी एसडीआरएफ (राहत और बचाव कार्य करने वाली पीएसी की विशेष टुकड़ी), तीन कंपनी पैरामिलट्री फोर्स और एटीएस की दो टीम भी सुरक्षा में तैनात की गई थी।


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