राष्ट्रपति का गोरखपुर दौरा : एक-एक बिंदु की तैयारियां खुद परखेंगे मुख्य सचिव
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के गोरखपुर आगमन पर तैयारियों में जुटे पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों से मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय रूबरू होंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। राष्ट्रपति के आगमन पर तैयारियों में जुटे पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों से मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय रूबरू होंगे। सुरक्षा से लेकर उनके प्रोटोकाल में होने वाले इंतजामों के एक-एक बिंदु पर वह वार्ता करेंगे। इस वीडियो कांफ्रेंसिंग में एडीजी, कमिश्नर, आइजी, डीएम और एसएसपी सरीखे आला अधिकारी शामिल हो सकते हैं।
प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में राष्ट्रपति की अगवानी के लिए मौजूद रहेंगे। उनकी सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर प्रदेश के सर्वोच्च अधिकारी लगातार जिला प्रशासन के संपर्क में हैं। राष्ट्रपति सचिवालय से मिलने वाले निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराने में मुख्य सचिव स्वयं जुटे हैं। योजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन की तरफ से मुख्यमंत्री कार्यालय को प्रस्ताव भेजा गया है, जिस पर अभी मुहर नहीं लगी है। शुक्रवार को होने वाली वीडियो कांफ्रेंसिंग में इन सभी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा होगी।
इधर, मुख्य सचिव की वीडियो कांफ्रेंसिंग से पहले जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। हर छोटी से छोटी गतिविधियों पर शुक्रवार को विस्तृत चर्चा होने की संभावना को देखते हुए अधिकारी गुरुवार की देर रात तक बैठक और कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करने में जुटे रहे।
रेलवे गेस्ट हाउस में रुकेंगे राज्यपाल
राष्ट्रपति की अगवानी करने के लिए गोरखपुर आ रहे राज्यपाल राम नाईक रेलवे के अति विशिष्ठ गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे। जिला प्रशासन इसके लिए रेलवे अधिकारियों के संपर्क में हैं। चर्चा है कि सीढिय़ां चढऩे में राज्यपाल को कुछ परेशानी हो सकती है, इसके लिए ऐसे गेस्ट हाउस की तलाश की जा रही है, जहां उन्हें किसी तरह की असुविधा न हो।
खुली रहेगी नंदानगर रेलवे क्रासिंग
राष्ट्रपति का काफिला नौ दिसंबर को एयरपोर्ट से सर्किट हाउस आने तथा 10 दिसंबर को गोरखनाथ मंदिर से एयरपोर्ट जाने के दौरान नंदानगर रेलवे क्रासिंग से गुजरेगा। राष्ट्रपति की फ्लीट को निर्बाध रूप से गति देने के लिए नंदानगर रेलवे क्रासिंग को उस दौरान खोल दिया जाएगा। जिला प्रशासन के अधिकारी इसके लिए भी रेलवे अफसरों के संपर्क में हैं।