Move to Jagran APP

इस सरकार में अपने सुरक्षित नहीं तो पशुओं की कौन कहे: आदित्य यादव Gorakhpur News

इससे बड़ा आश्‍चर्य और क्‍या हो सकता है कि लखनऊ प्रदेश की राजधानी है और हत्‍यारे घटना को अंजाम देकर आराम से चले गए। उन्‍होंने कहा कि यह भाजपा सरकार पर बड़ा सवाल है।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Sat, 19 Oct 2019 07:21 PM (IST)Updated: Sat, 19 Oct 2019 07:21 PM (IST)
इस सरकार में अपने सुरक्षित नहीं तो पशुओं की कौन कहे: आदित्य यादव Gorakhpur News
इस सरकार में अपने सुरक्षित नहीं तो पशुओं की कौन कहे: आदित्य यादव Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय महासचिव आदित्य यादव ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर तीखा हमला बोला है। कहा कि जो सरकार अपने लोगों व जनता की सुरक्षा नहीं कर सकती , भला वह बेसहारा पशुओं की रक्षा क्या करेगी? प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से लचर है। लोगों का जीना कठिन हो गया है। अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है।

loksabha election banner

राजधानी में हिंदूवादी नेता की हत्‍या भाजपा के लिए शर्मनाक

आदित्य यादव, शनिवार को पूर्व सांसद स्वर्गीय भालचंद यादव के ब्रह्मभोज में शामिल होने के लिए खलीलाबाद जा रहे थे। मोहद्दीपुर में आयोजित स्वागत के दौरान आदित्य यादव ने कहा कि लखनऊ में हिंदूवादी नेता की हत्या हो गई। इससे बड़ा आश्‍चर्य और क्‍या हो सकता है कि लखनऊ प्रदेश की राजधानी है और हत्‍यारे घटना को अंजाम देकर आराम से चले गए। उन्‍होंने कहा कि यह भाजपा सरकार पर बड़ा सवाल है। हर कोई इसका जवाब चाहता है। जब लखनऊ में कानून-व्यवस्था का यह हाल है तो अन्य जगहों का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।

मधवलिया गोसदन का मामला भी बड़ा

उन्होंने कहा कि मधवलिया गो सदन से पशुओं के गायब होने का मामला बहुत बड़ा है। वहां पर प्रतिदिन गोवंश की मौत हो रही है। यही हाल प्रदेश के अन्‍य जिलों की भी होगी। मुख्‍यमंत्री के क्षेत्र से सटे इलाके में जब मधवलिया गोसदन की ऐसी दुर्गति है तो इसका मतलब भी साफ है। आम आदमी भी समझने लगा है। प्रदेश में सरकार किस तरह से काम कर रही है। यह बताने की जरूरत नहीं है।

सरकार का अधिकारियों पर नियंत्रण नहीं

उन्‍होंने कहा कि ऐसा लगता है कि सरकार का अधिकारियों पर नियंत्रण ही नहीं रह गया है। अधिकारी मनमानी कर रहे हैं जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि देश की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है। लोग बेरोजगार हो रहे हैं आैर सरकार कागजों में गुलाबी आंकड़े दिखा रही है। कई सेक्टर में जबरदस्त आर्थिक मंदी के चलते बंदी तक की नौबत आ गई है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.