सरकार से अब आर-पार की लड़ाई को तैयार हैं बिजलीकर्मी, इंजीनियर उतरे मैदान में Gorakhpur News
सहायक अभियंता ई.मोतीलाल ने कहा कि 2013 के बाद से ही कर्मचारियों के जीपीएफ सीपीएफ की कटौती की स्लिप नहीं मिल पा रही है पर किसी भी जिम्मेदार के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। भविष्य निधि घोटाले के विरोध में राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संघ का आंदोलन शुरू हो गया है। जूनियर इंजीनियर एवं प्रोन्नत अभियंता तीन दिनों तक कार्य बहिष्कार कर प्रदर्शन करेंगे। पहले दिन मोहद्दीपुर स्थित मुख्य अभियंता कार्यालय पर उन्होंने धरना दिया। धरने को संबोधित करते हुए ई.प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि कर्मचारियों के मेहनत की कमाई डूबने के कगार पर है और जिम्मेदारों ने उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया है। बिजलीकर्मी भी अब आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार हैं।
छह साल से नहीं मिल रहा स्लिप
सहायक अभियंता ई.मोतीलाल ने कहा कि 2013 के बाद से ही कर्मचारियों के जीपीएफ, सीपीएफ की कटौती की स्लिप नहीं मिल पा रही है, पर किसी भी जिम्मेदार के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। ट्रांसमिशन के रोहन पांडेय ने कहा कि सरकार व प्रतिपक्ष के लोगों की ओर से किए जा रहे आरोप-प्रत्यारोप उचित नहीं हैं। अवर अभियंता संदीप कुमार ने कहा कि सरकार को इस प्रकरण पर श्वेत पत्र जारी करना चाहिए। क्षेत्रीय अध्यक्ष ई.पीके निगम ने कहा कि भविष्य निधि के पैसे का जिस तरह से असुरक्षित निवेश किया गया, उससे साबित होता है कि इस घोटाले में बड़े-बड़े लोग शामिल हैं।
सभा की अध्यक्षता ई.अजय कुमार व संचालन दीपक गुप्ता ने किया। इस दौरान दीपक श्रीवास्तव, प्रद्युम्न सिंह, अनिल कुमार श्रीवास्तव, सोहन कुमार, राकेश कुमार, शिवम चौधरी आदि उपस्थित रहे।
खुले रहे बिजली काउंटर
18 व 19 नवंबर को हुई हड़ताल के बाद बुधवार को कार्यालय व काउंटर खुले रहे। दो दिन बाद काउंटर खुलने से उपभोक्ताओं को राहत मिली है। बिल जमा करने के लिए लाइन लगी रही। बिजली कर्मचारियों ने आंदोलन के दौरान काउंटर खुले रहने की घोषणा की हुई थी। उसी क्रम में काउंटर खुले और लोगों बिजली बिल जमा किया।