गोरखपुर में सौभाग्य से जुड़ेंगे 350 गांव, बिछेगी बिजली की लाइन
गोरखपुर के 350 नए गांवों में सौभाग्य योजना के तहत पोल व तार लगाए जाने हैं। योजना के द्वितीय चरण को दिसंबर 2020 तक विस्तारित कर दिया गया है। बिजली आपूर्ति से पहले सभी काम पूरे करा लिए जाएंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। सौभाग्य योजना के द्वितीय चरण में 350 गांवों में पोल लगाकर बिजली के तार खींचे जाएंगे। यह वही गांव हैं जहां बिजली तो पहुंचा दी गई है लेकिन पहले से बनी लाइनों से कनेक्शन दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर घर बिजली पहुंचाने के उद्देश्य से सौभाग्य योजना की शुरुआत की है। वर्ष 2017 से अब तक दो लाख से ज्यादा घरों तक बिजली पहुंच चुकी है। इन घरों तक बिजली पहुंचाने के लिए अलग से लाइन बनाई गई है।
कहां कितने कनेक्शन दिए गए
वितरण खंड कनेक्शन
प्रथम 36841
द्वितीय 52563
कैंपियरगंज 26234
चौरीचौरा 32662
कौड़ीराम 33781
सिकरीगंज 40539
नोट- सभी कनेक्शन एक किलोवाट की क्षमता के हैं।
बाढ़ ने कराई देर
सौभाग्य योजना के द्वितीय चरण का काम सितंबर माह में ही पूरा होना था लेकिन कई इलाकों में बाढ़ आने के कारण देर हुई। बाढ़ में गिरे पोल की जगह दूसरा पोल लगाने के लिए बिजली निगम ने सौभाग्य योजना के तहत लगने के लिए आए पोल खुद ले लिए। जिले में चार सौ से ज्यादा पोल सिकरीगंज खंड क्षेत्र और 125 पोल कौड़ीराम खंड क्षेत्र में लिए गए। बिजली निगम अभी इन पोल को सौभाग्य योजना का काम कर रही कंपनी को वापस नहीं कर सका है।
चार किलोमीटर लाइन, कनेक्शन नहीं
भटहट के मदरहवा क्षेत्र में सौभाग्य योजना के तहत तीन साल पहले चार किलोमीटर लंबी लाइन बनाई गई थी। इस लाइन से छह से ज्यादा मजरों में बिजली की आपूर्ति होनी थी लेकिन अब तक यह शुरू नहीं हो सकी। ग्राम पंचायत औरंगाबाद की प्रधान मांडवी देवी ने बिजली की आपूर्ति के लिए वितरण खंड प्रथम के अधिशासी अभियंता को पत्र भी लिखा लेकिन कुछ नहीं हुआ। करोड़ रुपये खर्च कर बनी इस लाइन के कई पोल टूट भी चुके हैं। सौभाग्य योजना के नोडल अधिकारी व अधीक्षण अभियंता राजीव चतुर्वेदी का कहना है कि 350 नए गांवों में सौभाग्य योजना के तहत पोल व तार लगाए जाने हैं। योजना के द्वितीय चरण को दिसंबर 2020 तक विस्तारित कर दिया गया है। इससे पहले सभी काम पूरे करा लिए जाएंगे।