गोरखपुर में ताबड़तोड़ बिजली कटौती ने जीना किया मुहाल, शहर के हर इलाके में हो रही अघोषित कटौती
गोरखपुर महानगर के हर इलाके में हो रही अघोषित कटौती से लोगों का जीना हराम हो गया है। रात की नींद और दिन का चैन गंवाना पड़ रहा है। परेशान उपभोक्ताओं का कहना है कि बिजली कटौती को लेकर अफसरों को फोन करते हैं तो रिस्पांस ही नहीं मिल रहा।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर जिले में ताबड़तोड़ बिजली कटौती ने उपभोक्ताओं का जीना मुहाल कर दिया है। महानगर का शायद ही कोई इलाका हो जहां 20-22 घंटे बिजली मिल रही हो। पारेषण से निर्बाध बिजली मिलने के बाद भी अघोषित कटौती से सभी परेशान हैं। हद तो यह है कि सूचना देने के लिए उपभोक्ता अफसरों को फोन करते हैं तो कोई रिस्पांस नहीं मिलता है।
यहां उपभोक्ता अधिक झेल रहे कटौती: नार्मल उपकेंद्र से जुड़े उपभोक्ता सबसे ज्यादा कटौती झेल रहे हैं। उपभोक्ताओं का आरोप है कि थोड़ी-थोड़ी देर के अंतराल पर कटौती हो रही है। उपकेंद्र पर जाने पर पता चलता है कि लोकल फाल्ट को ठीक करने के लिए शटडाउन लिया गया है। नार्मल से ही नौसढ़ क्षेत्र को भी जोड़ा गया है। यहां भी बिजली कटौती से लोगों का बुरा हाल है। उपभोक्ता महीनों से दिक्कत झेल रहे हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
रातभर बिजली की आवाजाही से बढ़ी परेशानी: तिवारीपुर उपकेंद्र से जुड़े इलाकों में रात में बिजली की आवाजाही ने उपभोक्ताओं को बेहाल कर रखा है। आरोप है कि पूछने पर कोई सही जवाब भी देने को नहीं तैयार है। राप्तीनगर में कभी ट्रांसफार्मर में खराबी तो कभी लोकल फाल्ट के कारण बार-बार बिजली गुल हो जा रही है। उपभोक्ताओं का आरोप है कि जब तक जेई, एसडीओ या अधिशासी अभियंता को सूचना न दी जाए, सुधार कार्य नहीं होता है। अफसरों की जानकारी में फाल्ट आने के बाद ही इसे ठीक कराने का काम शुरू होता है।
रुस्तमपुर इलाके में भी जबरदस्त कटौती हो रही है। शक्तिनगर में लगातार हो रही कटौती से उपभोक्ताओं की नाराजगी बढ़ती जा रही है। उपभोक्ताओं का कहना है कि जब से गर्मी की शुरुआत हुई है, अघोषित कटौती ने बुरा हाल कर रखा है। तारामंडल क्षेत्र में बिजली की अवाजाही से उपभोक्ता परेशान हैं।
वर्षा होते ही गुल हो गई बिजली: शुक्रवार सुबह महानगर के जिन इलाकों में वर्षा शुरू हुई वहां की बिजली गुल हो गई। उपभोक्ताओं का कहना है कि जब हल्की वर्षा में यह हाल है तो ज्यादा वर्षा होने पर तो पता नहीं कितने घंटे बिजली गुल रहेगी।
ओवरलोड को वजह बता रहे अभियंता: अभियंताओं का कहना है कि महानगर में जबरदस्त कटौती की सबसे बड़ी वजह बिजली की बढ़ती मांग है। हर इलाके में बिजली की मांग बढ़ी है। दो किलोवाट के घरेलू कनेक्शन पर कई घरों में दो से तीन एसी और अन्य उपकरण चल रहे हैं। निर्धारित क्षमता से ज्यादा उपभोग से दिक्कत बढ़ रही है।
अधीक्षण अभियंता शहर यूसी वर्मा ने बताया कि लोकल फाल्ट के कारण बिजली गुल होते ही सुधार कार्य कराने के निर्देश दिए गए हैं। अधिशासी अभियंता खुद भी लगातार मानीटरिंग कर रहे हैं। जिन इलाकों में ज्यादा कटौती हो रही है वहां की सूची बनाकर समस्या का समाधान कराया जाएगा। उपभोक्ताओं को अनवरत बिजली दी जाएगी।