सब्जी की खेती को बनाया गरीबी से लड़ने का हथियार
गोरखपुर: यह सही कि इंसान पर जब बड़ी जिम्मेदारी आती है तो वह किसी न किसी कार्य में जुट जाय तो सफलता जरूर मिलेगी।
गोरखपुर: यह सही कि इंसान पर जब बड़ी जिम्मेदारी आती है तो वह किसी न किसी कार्य में जुट जाता है। कुछ ऐसी कहानी मिलती है महराजगंज जिले के ब्लाक सिसवा के ग्राम सेमरी निवासी किसान रामकेवल चौहान की। उनके ऊपर जब घर की जिम्मेदारी आई तो वह कुछ कर गुजरने के उद्देश्य से नौकरी की तलाश करने गुजरात चले गए, लेकिन वहां उनका मन नहीं लगा तो वह घर आ गए। अपनी पुश्तैनी खेती को ही अपना रोजगार बना लिया। तभी से सब्जी की खेती में ऐसे लगे कि आज पूरे क्षेत्र में उदाहरण बन गए हैं। वह अब सब्जी की खेती की बदौलत ही अपने परिवार का न सिर्फ भरण पोषण करते हैं, बल्कि बच्चों को कान्वेंट स्कूलों में बेहतर शिक्षा भी दिला रहे हैं। आज उसी खेती की बदौलत उनका पूरा परिवार हंसी खुशी जीवन व्यतीत कर रहा है। वे बताते हैं कि माता-पिता के निधन के बाद जब घर की सारी जिम्मेदारी उनके कंधे पर आ गई तो खेती से ही जीवन संवारना शुरू कर दिया। बताया कि पहले तो अंदाज पर ही खेती करता था, ¨कतु जब वैज्ञानिक विधि से सब्जी की खेती करना शुरू कि?या तो अच्छी आमदनी शुरू हो गई। इसी क्रम में दोस्तों से जानकारी मिलने के बाद मृदा परीक्षण करा कर खेती करने लगा तो सब्जी का उत्पादन दो गुना बढ़ गया। उन्होंने बताया कि आज उनकी सब्जियों की सर्वाधिक कीमत सिसवा बाजार में ही मिल जाती है। बाजार में आने के बाद उनकी सब्जियां हाथों-हाथ बिक जाती हैं। वह अपने पुश्तैनी एक एकड़ खेत में केवल सब्जी की खेती करते हैं। इस समय लगभग दो एकड़ किराए पर ले कर उन्होंने सब्जी की खेती की है।