मिसाल : सचिव की तनख्वाह काटकर बनेगा गरीब का आवास
पात्रों की सूची से गरीब का नाम काटने वाले पंचायत सचिव को ऐसा दंड मिलेगा जो न केवल उन्हें याद रहेगा, बल्कि दूसरों के लिए नजीर भी बनेगा। रामदयाल का घर सचिव की तनख्वाह काटकर बनवाया जाएगा।
गोरखपुर, रजनीश त्रिपाठी। प्रधानमंत्री आवास योजना के पात्रों की सूची से गरीब का नाम काटने वाले पंचायत सचिव को ऐसा दंड मिलेगा जो न केवल उन्हें याद रहेगा, बल्कि दूसरों के लिए नजीर भी बनेगा। छप्पर में रहने वाले रामदयाल का घर दोषी सचिव की तनख्वाह काटकर बनवाया जाएगा।
ब्रह्मपुर के रामदयाल निजी स्कूल में चपरासी हैं, 1500 रुपये पाते हैं। उनके पास महज दो कट्ठा जमीन है। छह बच्चों के साथ वह झोपड़ी में रहते हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों की पात्रता सूची में वह 36वें नंबर पर थे। तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी दुर्गा प्रजापति ने बगैर जांच के उनका नाम सूची से काट दिया, जिससे वह आवास से वंचित हो गए।
इस आधार पर कट गया नाम
आवास के पात्रों की सूची 2011 के सर्वे के आधार पर बनी थी। आवास का आवंटन शुरू हुआ तब तक कई पात्रों ने घर बनवा लिया था। ऐसे में यह लोग अपात्र हो गए। इनको रिमांड (नाम काटने) करने की प्रक्रिया शुरू की गई, जिसमें रामदयाल का नाम भी काट दिया गया।
बीडीओ की जांच में खुलासा
परियोजना निदेशक डीआरडीए धर्मेंद्र सिंह के निर्देश पर बीडीओ ने रामदयाल के घर जाकर जांच की तो रामदयाल झोपड़ी में ही रहते मिले। वह आवास के सर्वोच्च पात्र थे, लेकिन पूर्व सचिव ने बगैर जांच के ही रामदयाल का नाम काट दिया।
1.20 लाख रुपये की होगी कटौती
इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी अनुज सिंह ने कहा कि दो हफ्ते में संतोषजनक जवाब न मिलने पर आवास के लिए निर्धारित 1.20 लाख रुपये की कटौती सचिव के वेतन से करते हुए गरीब को उक्त योजना से लाभान्वित करने का निर्देश दिया है।