पुलिस की वर्दी को जालसाजी का हथियार नहीं बना सकेंगे बदमाश, गोरखपुर के SSP ने बनाया ये खास प्लान
एक सप्ताह के भीतर जिले में पुलिस की वर्दी में दो जालसाज पकड़े गए हैं। ऐसे मामले आसपास के जिलों में भी कई बार सामने आ चुके हैं। ऐसे में गोरखपुर के एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने ने थानेदारों को निर्देश दिए हैं कि सामान बेचने वालों का सत्यापन करें।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। अब पुलिसकर्मियों को दुकान से वर्दी, टोपी, बिल्ला व स्टार खरीदने के लिए दुकानदार को पहचान पत्र की फोटो कॉपी देना पड़ेगा। वर्दी पहनकर जालसाजी किए जाने की घटना सामने आने के बाद एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने यह फैसला लिया है। थानेदारों को निर्देश दिए गए हैं कि अपने क्षेत्र में वर्दी का सामान बेचने वाले दुकानदारों का सत्यापन कर लें।
बदमाशों ने वर्दी को भी बनाया जालसाजी का शिकार
पुलिस की वर्दी को भी बदमाशों ने जालसाजी का हथियार बना लिया है। तीन हजार रुपये में नकली पुलिस बनने वाले यह बदमाश कहीं चेकिंग के बहाने लूट तो कहीं वसूली करते जब पकड़े जाते तब इसकी जानकारी होती है। इसी सप्ताह गोरखपुर में दो नकली पुलिसवाले पकड़े गए। पूछताछ में पता चला कि बाजार में आसानी से पुलिस की वर्दी मिल रही है।इससे पहले भी यह कई बार इस तरह की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। जिसके बाद एसएसपी ने जिले के सभी थानेदारों को निर्देश दिए।
संदिग्ध के आने पर पुलिस को दे सूचना
एसएसपी का निर्देश मिलने के बाद सभी थानेदार अपने-अपने क्षेत्र के दुकानदार और टेलर्स की सूची तैयार कर रहे हैं।पुलिस की वर्दी बेचने व सिलाई करने वाले को बताया जा रहा है कि पुलिस की वर्दी देते समय पहचान पत्र की फोटो कॉपी अपने पास जरुर रखें।इसके अलावा पुलिस से संबंधित वर्दी का सामान लेने वाले का नाम,पता और मोबाइल नंबर रजिस्टर में जरूर दर्ज करें।अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति सामान खरीदता है तो इसकी सूचना स्थानीय थाना व चौकी पर दें।
कस्टमर केयर से मांगी मदद, खाते से कट गए 96 हजार रुपये
गूगल पे करते समय खाते से रुपये कट गए। युवक ने ऑनलाइन कस्टमर केयर नंबर ढूंढकर मदद मांगी तो जालसाज ने खाते से 96 हजार रुपये निकाल लिए। गीडा थाना पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है। भड़सार गांव निवासी राहुल साहनी ने गीडा थाना पुलिस को दी तहरीर में लिखा है कि एक दिसम्बर 2022 को सुबह में 9.14 बजे गूगल पे के माध्यम से भुगतान किया लेकिन रुपये फंस गए। तीन घंटे इंतजार करने के बाद गूगल पर कस्टमर केयर नम्बर सर्च कर फोन किया तो दो बार में खाते से 96 हजार रुपये कट गए।