70 सालों से थी पुलिस की शान, जानें-अब थानों से क्यों विदा हो रही नॉट थ्री रायफल Gorakhpur News
एसएसपी डा. सुनील गुप्ता का कहना है कि थानों में मौजूद थ्री नॉट थ्री की रायफल को हटाया जा रहा है क्योंकि यह रायफल काफी पुरानी हो चुकी हैं। अब इंसास और एलएलआर लाया जा रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। 70 सालों से भी ज्यादा समय तक उत्तर प्रदेश पुलिस में राज करने वाली थ्री नॉट थ्री रायफलें अब थानों से विदा हो रही हैं। रायफल के विदाई का यह समय पुलिस कर्मियों को भावुक कर रहा है, क्योंकि इतने सालों से इस हथियार से उनका वास्ता रहा है। रविवार को कैंट थाने से हटाए जा रहे रायफल की पुलिसकर्मियों ने पूजा की।
पुलिस विभाग में थ्री नॉट थ्री के प्रयोग पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। पुलिस के लिए अ'छी बात ये है कि थ्री नॉट थ्री राइफल के बदले अब अत्याधुनिक हथियार इंसास और एसएलआर को शामिल किया जा रहा है। थानों में मौजूद पुराने असलहों को मालखाना प्रभारी व पुलिस लाइन में आरआइ (प्रतिसार निरीक्षक) के यहां जमा किया जा रहा है। आगे चलकर इन असलहों को शस्त्र फैक्ट्री में नष्ट करा दिया जाएगा।
बीहड़ में डाकुओं से मोर्चा लेने में सफल रहे
थ्री नॉट थ्री रायफल ने हर मोर्चे पर पुलिस महकमें का साथ निभाया। बीहड़ के डाकुओं से मोर्चा लेने की बात रही हो, या फिर सांप्रदायिक दंगों से बने हालात को नियंत्रण में लेने की हो। यहां तक कि 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान भी यह रायफल कारगर साबित हुई थी।
काफी पुरानी हो चुकी है यह रायफल
इस संबंध में एसएसपी डा. सुनील गुप्ता का कहना है कि थानों में मौजूद थ्री नॉट थ्री की रायफल को हटाया जा रहा है, क्योंकि यह रायफल काफी पुरानी हो चुकी हैं। इनके स्थान पर अत्याधुनिक इंसास और एलएलआर को चलन में लाया जा रहा है, ताकि अपराधियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जा सकता है।