Move to Jagran APP

वर्दी को अपने ही कर रहे शर्मसार, फिरौती से लेकर अश्‍लील हरकत करते पकड़े जाते रहे हैं वर्दीधारी Gorakhpur News

यूपी में वर्दीधारी की ही करतूत की वजह से पुलिसवालों को कई बार शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ा है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Fri, 03 Jul 2020 10:35 AM (IST)Updated: Fri, 03 Jul 2020 01:28 PM (IST)
वर्दी को अपने ही कर रहे शर्मसार, फिरौती से लेकर अश्‍लील हरकत करते पकड़े जाते रहे हैं वर्दीधारी Gorakhpur News
वर्दी को अपने ही कर रहे शर्मसार, फिरौती से लेकर अश्‍लील हरकत करते पकड़े जाते रहे हैं वर्दीधारी Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। देवरिया जिले के भटनी थाने में तैनात रहे इंस्पेक्टर भीष्मपाल सिंह यादव की करतूत ने पुलिस महकमे का सिर एक बार फिर शर्म से झुका दिया है। 21 जून को फरियाद लेकर थाने में आई महिलाओं के सामने उन्होंने अश्लील हरकत शुरू कर दी थी। पहले तो अधिकारी इस पर चुप्पी साधे रहे, लेकिन बाद में सोशल मीडिया पर इंस्पेक्टर का वीडियो वायरल होने पर नौ दिन बाद एक जुलाई को उसके विरुद्ध मुकदमा दर्ज हुआ। दो जुलाई को उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वर्दीधारी की ही करतूत की वजह से पुलिसवालों को शर्मनाक स्थिति का सामना करने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी वर्दी वाले ही वर्दी को शर्मसार करते रहे हैं।

loksabha election banner

केस : एक

वर्ष 2017 में उरुवा थाने के दो दारोगाओं को एक व्यक्ति को बंधक बनाकर फिरौती वसूलने के आरोप मे गिरफ्तार किया गया था। उरुवा इलाके में रहने वाले एहसान अली को दारोगा रघुनंदन त्रिपाठी और अभिजीत कुमार ने बंधक बना लिया था। उन्हें जेल भेजने की धमकी देेकर दारोगाओं ने उनके परिजनों से रुपये की मांग की थी। 2.80 लाख रुपये देने पर एहसान अली को छोडऩे का सौदा हुआ। परिजनों ने इसकी शिकायत तत्कालीन एसएसपी से कर दी। बाद में 17 दिसंबर,2017 की रात स्टेशन रोड पर फिरौती वसूलने के दौरान दोनों दारोगाओं को गिरफ्तार कर लिया गया।

केस : दो

गोरखपुर शहर के जानेमाने मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. रामशरण दास से 10 लाख रुपये वसूलने के आरोप में टीपीनगर चौकी इंचार्ज रहे दारोगा शिवप्रकाश सिंह को 13 सितंबर, 2019 को गिरफ्तार किया गया था। दारोगा ने डॉक्टर को दुष्कर्म के मुकदमे में आरोपित बनाने की साजिश रचकर यह रकम वसूली थी। 10 लाख रुपये वसूलने के बाद वह और रकम की मांग करने लगा। डॉक्टर ने इसकी शिकायत एसएसपी से की। बाद में एसएसपी के निर्देश पर दारोगा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

केस : तीन

बेलघाट थाने में तैनात रहे दारोगा आशीष त्रिपाठी को दो सितंबर,2019 को यातायात तिराहे के पास 40 हजार रुपये रिश्वत लेते समय एंटी करप्शन की टीम ने गिरफ्तार किया था। बेलघाट इलाके के सुअरज निवासी अजय से एक मामले में दारोगा ने रिश्वत की मांग की थी। अजय ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन में कर दी। दारोगा ने अजय को रुपये लेकर गोरखपुर बुलाया। यातायात तिराहे पर अजय से रुपये लेते समय दारोगा को एंटी करप्शन की टीम ने गिरफ्तार कर लिया था।

जेल भेजा गया बर्खास्त इंस्पेक्टर

देवरिया के भटनी थाने में महिलाओं के सामने अश्लील हरकत करने वाले बर्खास्त इंस्पेक्टर भीष्मपाल सिंह यादव की गुरुवार शाम फास्ट ट्रैक कोर्ट प्रथम सीनियर डिवीजन न्यायाधीश अमित कुमार के समक्ष उनके आवास पर पेशी हुई। न्यायाधीश ने इंस्पेक्टर को जेल भेज दिया। लोगों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने इंस्पेक्टर को दीवानी न्यायालय की बजाय न्यायाधीश के आवास पर पेशी कराई। बर्खास्त इंस्पेक्टर को गौरीबाजार थाने में करीब दस घंटे रखा गया था। सुबह 11 बजे उसे फास्ट ट्रैक कोर्ट प्रथम सीनियर डिवीजन के न्यायालय में पेश करना था। कागजी प्रक्रिया में विलंब और लोगों के गुस्से को देखते हुए विवेचक सीओ भाटपाररानी पंचम लाल तथा गौरीबाजार थानाध्यक्ष विजय ङ्क्षसह गौर शाम पांच बजे उसे लेकर न्यायाधीश के आवास पर पहुंचे। 22 जून को महिलाओं के साथ अश्लील हरकत करने का वीडियो वायरल होने पर आरोपित इंस्पेक्टर भीष्मपाल सिंह यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। आरोपित को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। साथ ही डीआइजी ने उसे बर्खास्त कर शासन को रिपोर्ट भेजी थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.