एडीजी ने पुलिस लाइन में देखी गंदगी, जाने- फिर क्या कहा Gorakhpur News
एक बैरक में झाला दिखने पर एसपी लाइंस अरिवंद पांडेय व प्रभारी आरआइ दिलीप सिंह से कहा कि कम से कम इसे तो साफ करा लिए होते।
गोरखपुर, जेएनएन। शासन से नियुक्त जिले के नोडल पुलिस अधिकारी, एडीजी एटीएस डीके ठाकुर ने यहां पुलिस लाइंस व जिला कारागार का दौरा किया। पुलिस लाइंस में गंदगी व मेस का टूटा फर्श देख उन्होंने काफी नाराजगी जताई। एक बैरक में झाला दिखने पर एसपी लाइंस अरिवंद पांडेय व प्रभारी आरआइ दिलीप सिंह से कहा कि कम से कम इसे तो साफ करा लिए होते। जेल का निरीक्षण करने के दौरान उन्होंने पिछले दिनों हुए हंगामे की जानकारी ली। बंदियों से भी बातचीत की तथा बैरकों की स्थिति का जायजा लिया।
एडीजी सुबह ही पहुंचे पुलिस लाइन
एडीजी सुबह 10:30 बजे ही पुलिस लाइंस पहुंचे। वहां उनको सलामी देने के लिए गार्द लगी थी, लेकिन इसे नजरअंदाज कर वह लाइंस का निरीक्षण करने निकल गए। निरीक्षण की पूर्व जानकारी होने के बाद भी लाइंस की न तो साफ-सफाई कराई गई थी और न ही अन्य कोई तैयारी थी। टूटे फर्श, उखड़े प्लास्टर देखकर उन्होंने एसपी लाइंस और प्रभारी आरआइ से मरम्मत के बजट के विषय में पूछा तो वह जवाब नहीं दे पाए। मेस का निरीक्षण करने के दौरान वहां काम करने वाले फालोवरों की संख्या की जानकारी ली। निरीक्षण पूरा कर लौटते समय उन्होंने सलामी लिया।
कब भागा बंदी नहीं बता पाए कार्यवाहक आरआइ
निरीक्षण के दौरान एडीजी ने कार्यवाहक आरआइ से पूछा कि सेशन हवालात से कोई बंदी कब भागा था। आरआइ ने बताय कि हाल-फिलहाल कोई बंदी नहीं भागा। इस पर एडीजी ने पूछा कि आखिरी बार कोई बंदी कब भागा था तो वह जवाब नहीं दे पाए।
मुलाकातियों में मची अफरा-तफरी, तीन चुटहिल
पुलिस लाइंस का निरीक्षण करने के बाद एडीजी डीके ठाकुर जिला कारागार पहुंचे। निरीक्षण कर वह बाहर निकले। इस बीच जेल के गेट के सामने मुलाकातियों की काफी भीड़ जमा हो गई थी। मुलाकात के लिए सभी के हाथ पर मुहर भी लगाई जा चुकी थी। एडीजी के जेल से निकलने के बाद मुलाकात के लिए गेट खोला गया तो मुलाकातियों के बीच धक्का-मुक्की और अफरा-तफरी शुरू हो गई। जिससे सबसे आगे खड़ी तीन महिलाएं गिर गईं। पीछे मौजूद लोग उनके ऊपर से होकर गुजरने लगे। इससे तीनों महिलाएं चुटहिल हो गईं। एडीजी को छोडऩे जेल से बाहर आए वरिष्ठ जेल अधीक्षक के निर्देश पर बंदी रक्षक, घायल मुलाकातियों को जेल अस्पताल ले गए। प्राथमिक उपचार के बाद उनकी मुलाकात कराई गई।