गोरखपुर के उद्यमी के घर में घुसकर दारोगा ने किया दुर्व्यवहार, निलंबन पर अड़ा चैंबर Gorakhpur News
सोमवार की रात करीब 12 बजे एसओ राजघाट अरुण पंवार नार्मल स्थित प्रवीण मोदी के घर पहुंच गए। आरोप है कि वह आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने को कह रहे थे। उद्यमी ने बताया कि इसकी आपूर्ति जिला प्रशासन की निगरानी में होती है तो वह गेट खुलवाकर अंदर घुस गए।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के समय लगातार आक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति बनाए रखने में योगदान करने वाले मोदी केमिकल्स के एमडी एवं चैंबर आफ इंडस्ट्रीज के महासचिव प्रवीण मोदी के घर में घुसकर सोमवार की आधी रात को एसओ राजघाट ने दुव्र्यवहार किया। जिलाधिकारी के हस्तक्षेप के बाद वह घर से बाहर निकले थे। जिलाधिकारी एवं एसएसपी ने इस घटना पर खेद जताया है लेकिन उद्यमियों का संगठन चैंबर आफ इंडस्ट्रीज के सदस्य इस व्यवहार से काफी आहत हैं और उन्होंने हर हाल में एसओ को निलंबित करने की मांग की है।
आक्सीजन लेने रात में पहुंचा था दारोगा
सोमवार की रात करीब 12 बजे एसओ राजघाट अरुण पवार नार्मल स्थित प्रवीण मोदी के घर पहुंच गए। आरोप है कि वह आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने को कह रहे थे। उद्यमी ने बताया कि इसकी आपूर्ति जिला प्रशासन की निगरानी में होती है तो वह गेट खुलवाकर अंदर घुस गए। उन्होंने उद्यमी के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया। उद्यमी ने कहा कि जिलाधिकारी के निर्देशन पर आक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति अस्पतालों को की जाती है तो एसओ ने जिलाधिकारी से बात कराने को कहा। उद्यमी ने रात में ही जिलाधिकारी को फोन किया और उनसे बात होने के बाद एसओ बाहर गए। सुबह प्रवीण मोदी ने अन्य उद्यमियों को इस बात की जानकारी दी। इसके बाद उद्यमी काफी आक्रोशित हो गए। चैंबर आफ इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष विष्णु अजीतसरिया ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर मांग की है कि एसओ को तत्काल निलंबित किया जाए और सुनिश्चित किया जाए कि इस तरह की घटना दोबारा न हो। पत्र की प्रति एडीजी जोन, कमिश्नर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और गीडा सीईओ को भी दी गई है।
एसओ ने अपशब्दों का प्रयोग किया
मोदी केमिकल्स के एमडी प्रवीण मोदी का कहना है कि एसओ राजघाट सोमवार की रात करीब 12 बजे सहयोगी पुलिसकर्मियों के साथ घर पहुंचे थे। उन्होंने गेट खुलवाया और घर में घुसते चले आए। आक्सीजन सिलेंडर की मांग की। उन्होंने अपशब्दों का प्रयोग करते हुए धमकी भी दी। घर में सभी सदस्य पुलिस के इस व्यवहार से काफी दुखी हैं। रात 12 बजे के बाद जिलाधिकारी से बात कराने पर वे घर से बाहर निकले। जिलाधिकारी एवं एसएसपी ने व्यक्तिगत रूप से इस घटना पर खेद जताया है और सुरक्षा का भरोसा भी दिया है। उन्होंने विश्वास दिलाया है कि इस तरह की घटना दोबारा नहीं होगी।