बस्ती में पुलिस मुठभेड़, दो बदमाशों के पैर में लगी गोली
बस्ती के कोतवाली क्षेत्र के मूड़घाट चौराहे के पास स्थित डिलेवरी कंपनी के गोदाम से 3.58 लाख रुपये की लूट करने के तीन आरोपितों को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ के दौरान दो बदमाशों को पैर में गोली लगी है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : बस्ती के कोतवाली क्षेत्र के मूड़घाट चौराहे के पास स्थित डिलेवरी कंपनी के गोदाम से 3.58 लाख रुपये की लूट करने के तीन आरोपितों को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ के दौरान दो बदमाशों को पैर में गोली लगी है। वहीं बड़ेवन चौकी प्रभारी जनार्दन के बाएं हाथ में चोट आई है। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसपी आशीष श्रीवास्तव ने जिला अस्पताल में पहुंचकर घायल बदमाशों से पूछताछ की।
बाइक सवारों को रोका तो वे भागने लगे
कोतवाल मनोज कुमार त्रिपाठी व स्वाट टीम प्रभारी विकास यादव की संयुक्त टीम ने मिली सूचना के आधार पर भोर में कोतवाली क्षेत्र के भद्रेश्वरनाथ मंदिर व डारीडीहा तिराहे पर पहुंचे। बाइक सवार तीन संदिग्ध आते दिखे। पुलिस टीम ने उन्हें जब रोका तो वे भागने लगे। बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। उनकी गोली बड़ेवन चौकी प्रभारी के बाएं हाथ को छूते हुए निकल गई। वहीं पुलिस की ओर से जवाबी कार्रवाई में दिव्यांशु सिंह और हर्षित पांडेय के बाएं पैर में गोली लगी। पुलिस टीम ने मौके से तीनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया।
लूट के 70,400 रुपये बरामद
गिरफ्तार बदमाशों में दिव्यांशु सिंह निवासी ओरीजोत थाना कोतवाली जनपद बस्ती, स्थाई पता ग्राम कालेसर थाना सहजनवां जनपद गोरखपुर, हर्षित पांडेय निवासी सरयू नहर कालोनी थाना कोतवाली जनपद बस्ती, स्थाई पता मोहल्ला लक्ष्मणघाट थाना कोतवाली जनपद अयोध्या व रामकिशुन निवासी ग्राम अगई भगाड़ थाना नगर जनपद बस्ती शामिल हैं। इनके पास से लूट के 70400 रुपये, दो कट्टा, दो कारतूस, तीन मोबाइल और घटना में प्रयुक्त बाइक बरामद की गई है।
कंपनी में काम करने वाले दो कर्मी ही निकले आरोपित
एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि डिलेवरी कंपनी के मैनेजर नीरज पांडेय निवासी अमरौना थाना लालंगज जनपद बस्ती ने कोतवाली पुलिस को दी गई तहरीर में बताया था कि 16 जून की रात करीब 10 बजे तीन बदमाशों ने तमंचा दिखाकर 3.58 लाख रुपये लूट लिए थे। पुलिस मुकदमा दर्ज कर घटना के पर्दाफाश में जुटी थी। पुलिस की दो टीमें इसके लिए लगाई गई थीं।
कंपनी में काम करने वाले दो युवकों पर था शक
गोदाम में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखने से कंपनी में ही काम करने वाले दो युवकों पर शक हो गया। इनमें दिव्यांशु और रामकिशुन शामिल थे। ऐसे में पुलिस टीम उनके पीछे लग गई। एसपी ने बताया कि दिव्यांशु की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई थी। ऐसे में उसने अपने एक मित्र अयोध्या के हर्षित पांडेय और कंपनी में काम करने वाले रामकिशुन के साथ घटना को अंजाम दिया। मैनेजर ने घटना के दिन ही ज्वाइन किया था इसलिए वह कंपनी में काम करने वाले दोनों आरोपितों को नहीं पहचानता नहीं था।
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम
लूट के तीनों आरोपितों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में कोतवाल, चौकी प्रभारी बड़ेवन, प्रभारी स्वाट टीम के अलावा चौकी प्रभारी रौता नरायन लाल श्रीवास्तव, उप निरीक्षक विनोद यादव, मुख्य आरक्षी मनींद्र प्रताप चंद्र, रवि प्रताप सिंह, मनोज राय, रविंद्र शंकर शाह, दीपक कुमार सिंह, संजय कुमार आदि शामिल रहे।