पशु तस्करी के आरोप में सिपाही गिरफ्तार, 10 जेल गए Gorakhpur News
गोरखपुर में पशु तस्करी के आरोप में एक सिपाही को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। कुछ दिन पूर्व एसटीएफ गोरखपुर की जांच में उसका नाम उजागर हुआ था। वह ट्रकों से गोवंशियों को बिहार भेजता था। उसे चौरीचौरा रेलवे स्टेशन के पास से पुलिस ने गिरफ्तार किया।
गोरखपुर, जेएनएन। पशु तस्करी के सिंडीकेट में देवरिया जिले में तैनात सिपाही रामानंद यादव भी शामिल है। कुछ दिन पूर्व एसटीएफ गोरखपुर की जांच में उसका नाम उजागर हुआ। वह ट्रकों से गोवंशियों को बिहार भेजता था। गुरुवार सुबह उसे चौरीचौरा रेलवे स्टेशन के पास से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने दबिश देकर पकड़ा
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि पूर्वांचल से बड़े पैमाने पर गोवंशियों को तस्करी करके बिहार ले जाया जाता है। एसटीएफ की छानबीन में पता चला कि इस गिरोह को बलिया जिले के परमानंदपुर प्रेमचक निवासी मो. खालिद संचालित करता है। गाजीपुर जिले के थाना करीमुद्दीन अंतर्गत ग्राम देहमा कुशहा निवासी सिपाही रामानंद उसका प्रमुख सहयोगी है। दोनों अधिक से अधिक भाड़ा देकर ट्रक लेते हैं। उस पर मवेशियों की चालानी (एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना) दिखाकर गोवंशियों को बिहार लेकर जाते थे। एसटीएफ के मुताबिक रामानंद इसमें अपने ट्रकों का भी प्रयोग करता था। यहां तक कि उसने यहां से लेकर बिहार तक तस्करों का ऐसा नेटवर्क बना रखा है कि कनवाई में ट्रक गोवंशियों को लादकर बिहार ले जाते थे। चौरीचौरा थाना क्षेत्र के फुटहवा इनार तिराहे पर पांच ट्रकों से 150 गोवंशीय मुक्त भी कराए गए। पुलिस ने चौरीचौरा रेलवे स्टेशन के पास दबिश देकर सिपाही रामानंद को दबोच लिया। उसके साथ एक दिन पूर्व एसटीएफ द्वारा पकड़े गए आशीष यादव, सत्यपाल यादव, अनिल यादव, जयचंद यादव, उमेश यादव, गनेश यादव, छट्ठू यादव, वशिष्ठ पांडेय, रमेश यादव को पुलिस ने जेल भेज दिया।
कुशीनगर के कुछ सिपाहियों के नाम चर्चा में
एसटीएफ की जांच में कुशीनगर के भी कुछ सिपाहियों के नाम भी चर्चा में है, लेकिन एसटीएफ अभी उनके संबंध में स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कह रही है।
आरोपितों ने 37 मवेशियों की मेले से चालानी बनाई थी। उसकी ओट में वह बड़े पैमाने पर मवेशी लादकर ले जा रहे थे। आरोपित सिपाही को गिरफ्तार कर लिया गया है। पशु तस्करी में जो भी शामिल होगा, उसे जेल भेजा जाएगा। - दिनेश कुमार सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी चौरीचौरा।