आगजनी-तोड़फोड़ में 175 पर मुकदमा, चौकी इंचार्ज निलंबित
गोरखपुर : झंगहा क्षेत्र के सुगहा निवासी सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी जय¨हद यादव और उनके पुत्र नागें
गोरखपुर : झंगहा क्षेत्र के सुगहा निवासी सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी जय¨हद यादव और उनके पुत्र नागेंद्र उर्फ नाहर यादव की हत्या के बाद हुई आगजनी और तोड़फोड़ के मामले में पुलिस ने गांव के 25 नामजद सहित 175 ग्रामीणों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस की कार्रवाई के डर से अधिकतर ग्रामीण पहले से ही घर छोड़कर फरार हैं। इस बीच दोहरे हत्याकांड के लिए बरही चौकी इंचार्ज, इंस्पेक्टर देवतानंदन सिंह को प्रथमदृष्टया जिम्मेदार मानते हुए एसएसपी ने गुरुवार को निलंबित कर दिया।
10 अपै्रल को बेटे के साथ कचहरी से तारीख देखकर लौटते समय सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी और उनके बेटे की झंगहा क्षेत्र में गजाइकोल गांव के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इससे पहले 6 जनवरी 2016 को जय¨हद के भाई और बेटे की हत्या कर दी गई थी। उसी मामले की तारीख देखकर लौटते समय पिता-पुत्र को मौत के घाट उतार दिया गया था।
सनसनीखेज ढंग से हुई इस वारदात के बाद ग्रामीण उग्र हो गए थे। ग्रामीणों ने बरही चौकी इंचार्ज की सरकारी जीप में आग लगा दी थी और पथराव कर पुलिस के कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया था। पथराव में कई पुलिस वाले भी घायल हो गए थे। पुलिस को शव कब्जे में लेने के लिए लाठी भांजनी पड़ी थीं।
इस मामले में बरही चौकी इंचार्ज देवतानंदन सिंह की तहरीर पर कमला यादव, मुलायम यादव, सुरेश, बलवंत, पन्नेलाल सहित 25 नामजद और 150 अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हुआ है। ग्रामीणों के विरुद्ध मारपीट करने, सरकारी काम में बाधा डालने, लोक सेवक से दुर्व्यवहार करने, मानव जीवन को खतरे में डालने, आर्थिक नुकसान पहुंचाने, आग लगाने, आग लगाने के लिए विस्फोटक का प्रयोग करने, आवेश में आकर हमला करने, लोक व्यवस्था भंग कर भय उत्पन्न करने तथा सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में अभियोग पंजीकृत हुआ है।
पूरे मामले की शुरुआती छानबीन में घटना के पीछे बरही चौकी इंचार्ज की लापरवाही पाई गई है। बताते हैं कि जय¨हद की पत्नी व बेटों ने चौकी इंचार्ज से कई बार मिलकर वर्ष 2016 में हुए दोहरे हत्याकांड के आरोपित राघवेंद्र यादव को गिरफ्तार करने की मांग की थी। साथ ही उन्होंने अपने परिवार के लोगों को उससे जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की गुहार भी लगाई थी, लेकिन चौकी इंचार्ज ने उनकी फरियाद को न तो गंभीरता से लिया और न ही इस प्रकरण से वारदात से दो दिन पहले ही कार्यभार ग्रहण करने वाले थानेदार को अवगत कराया। उच्चाधिकारियों को भी इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी। इसे गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने बरही चौकी इंचार्ज को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।