एडीजी गोरखपुर की फर्जी आइडी के बारे में पुलिस ने फेसबुक से मांगी जानकारी Gorakhpur News
गोरखपुर जोन के एडीजी के नाम से फर्जी फेसबुक आइडी बनाने के मामले में पुलिस ने फेसबुक से जानकारी मांगी है।
गोरखपुर, जेएनएन। एडीजी गोरखपुर जोन दावा शेरपा के पद नाम से फर्जी आइडी बनाकर लोगों से ठगी करने की कोशिश करने वाले का पता लगाने के लिए पुलिस ने फेसबुक के अमेरिका स्थित मुख्यालय को मेल कर जानकारी मांगी है। कंपनी से उस आइपी एड्रेस और लोकेशन के बारे में पूछा गया है, जिससे फर्जी आइडी बनाई गई है। साथ ही स्थानीय स्तर पर पुलिस अपने संसाधनों से छानबीन में जुटी है। साइबर सेल ने बहुत जल्द जालसाज तक पहुंचने का दावा किया है। एडीजी की फर्जी फेसबुक आइडी को पुलिस ने वर्तमान में बंद करा दिया है।
फर्जी आइडी से कर रहा था रुपयों की मांग
एडीजी जोन दावा शेरपा के नाम से कुछ लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा जा रहा था। फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करते ही मैसेंजर के जरिये संदेश भेजकर रुपये की मांग की जा रही थी। तारामंडल इलाके में रहने वाले अभिनव प्रताप सिंह को भी एडीजी की ओर से पहले फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी गई, फिर उनसे 15 हजार रुपये मांगे गए। उन्हें संदेह हुआ तो उन्होंने इसकी सूचना एसपी सिटी को दी।
गाजियाबाद के छात्र से मांगे पैसे
गाजियाबाद में रहकर बीटेक की पढ़ाई कर रहे गोरखपुर के छात्र से बुधवार को ही 20 हजार रुपये मांगे गए थे। छात्र ने सीधे एडीजी को फोन कर इस बारे में बताया। मामले में पहले एडीजी का आधिकारिक फेसबुक अकाउंट हैक होने की आशंका जताई लेकिन बाद में छानबीन पर पता चला कि फर्जी आइडी बनाकर रुपये मांगे जा रहे हैं। इस संबंध में मुकदमा दर्ज कराकर साइबर मामले की जांच कर रहा है।
हाल में हो चुकी हैं ऐसी कई घटनाएं
लोगों की फेसबुक आइडी हैक कर या उनकी फर्जी आइडी बनाकर हाल के दिनों में फजीवाड़ा करने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। जालससाज करते यह है कि किसी की आइडी हैक कर उसके मैसेंंजर से उसके संबंधितयों को मैसेज भेजकर अपने को मुसीबत में दिखाकर तत्काल मदद की गुहार लगाते हैं। वे गूगल पे, फोन पे या अन्य ऑनलाइन माध्यमों से रुपयों की मांग करते हैं। आइडी हैक न हो पाने की दशा में वे किसी के नाम से फर्जी आइडी बना लेते हैं और फिर उससे लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर उसे अपने आप से जोड़ते हैं फिर उसे अपने जाल में फंसाकर रुपये मांगते हैं।
यह बरतें सावधानी
यदि आपके साथ ऐसा हो रहा है तो इन बातों पर विशेष ध्यान दें। किसी पुराने परिचित की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकारने से पहले यह चेक कर लें कि वह पहले से ही आपका फेसबुक फ्रेंड - नहीं है। यदि पहले से फेसबुक फ्रेंड है तो दुबारा अयस रिक्वेस्ट भेज रहा है। संबंधित से बात करें उसके बाद ही उसकी रिक्वेस्ट स्वीकार करें। दूसरा यदि मैसेंजर पर कोई मदद की मांग कर रहा है तो उसे कतई गंभीरता से न लें। मैसेंजर पर मैसेज आने के बाद संबंधित रिक्ति से फोन पर बात कर पुष्ट कर लें कि मैसेज सही है या फर्जी। उसके बाद मदद करने, न करने का फैसला लें।