गोरखपुर में डीजे पर तमंचा लहराने का वीडियो वायरल, पुलिस ने युवक को किया गिरफ्तार- जांच में सामने आई ये बात
इंटरनेट मीडिया पर वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस ने आरोपित को पकड़कर जेल भेज दिया। इधर पुलिस जांच की में तमंचा फर्जी निकला। मामले में पुलिस ने आरोपित के पर शांतिभंग में चालान चालान किया है। पुलिस के मुताबिक इसे लाइटर खिलौना भी कहा जाता है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर जिले में डीजे पर नाचते हुए तमंचा लहराने का वीडियों इंटरनेट मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस सकते में आ गई। आनन-फानन पुलिस ने आरोपित युवक को गिरफ्तार कर लिया। उसे न्यायालय में पेश करते हुए जेल भेज दिया गया। बाद में वायरल वीडियों की पुलिस द्वारा की गई जांच में तमंचा फर्जी निकला।
यह है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार रविवार की रात पतरा बाजार में बहुभोज का कार्यक्रम चल रहा था। काफी संख्या में युवक डीजे पर नाच रहे थे। आरोप है कि इसमें 26 वर्षीय सैय्यद अली भी तमंचा लहराते हुए नाच रहा था। कुछ देर बाद तमंचा लहराते हुए युवक का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने लगा। किसी के द्वारा दी गई सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और युवक को हिरासत में ले लिया।
क्या कहती है पुलिस
थाना प्रभारी सूरज सिंह ने बताया कि डीजे पर तमंचा लहराते हुए युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच में तमंचा नकली मिला। उसे लाइटर खिलौना भी कहा जाता है। युवक का शांतिभंग में चालान किया गया है।
आर्थिक तंगी में खुद को आग लगाने वाली युवती की मृत्यु
आर्थिक तंगी की वजह से घर में हो रहे विवाद से आजिज आकर युवती ने अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डाल लिया। पड़ोसियों की मदद से स्वजन ने बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती कराया था, जहां उसकी मौत हो गई। एक वर्ष पहले कैंसर पीड़ित पिता की मौत हुई थी। उनका उपचार कराने के लिए परिवार के लोगों ने कर्ज लिया है।
ये है मामला
गुलरिहा थानाक्षेत्र के जैनपुर गांव, रघुनाथपुर टोला निवासी 20 वर्षीय सोनी बीआरडी मेडिकल कालेज के पास निजी अस्पताल में काम करती थी, आर्थिक तंगी के कारण घर में आए दिन विवाद होता था। गुरुवार की शाम को भी इसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया जिससे क्षुब्ध होकर युवती ने घर के समीप धान के खेत में अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा लिया था। पड़ोसियों की मदद से स्वजन ने आग बुझाने के बाद सोनी को बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती कराया था। तीन बहनों में सोनी छोटी थी। दो बहनों की शादी हो चुकी है।कैंसर पीड़ित पिता बुद्धिराम की एक वर्ष पहले कैंसर से मृत्यु हो चुकी थी। उपचार कराने के लिए स्वजन ने कर्ज लिया था जिसे चुकाने के लिए परिवार में विवाद हुआ करता था। सोनी ही घर का घर चलाती थी। भाई एक माह से घर पर था।