आतंकियों को लेकर भारत-नेपाल की खुली सीमा पर सक्रिय हुईं भारतीय सुरक्षा एजेंसियां, यह है आशंका Gorakhpur News
एटीएस के एडीजी डीके ठाकुर का कहना है कि नेपाल के रास्ते आतंकियों के आने की कोई ताजा सूचना नहीं हैं। जो भी खबरें आ रही हैं वह काफी पुरानी और आशंका पर आधारित हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। जिले के नोडल पुलिस अधिकारी और एडीजी एटीएस डीके ठाकुर ने नेपाल बार्डर से आतंकियों के उत्तर प्रदेश में घुसने की सूचना को पुराने इनपुट पर आधारित बताया है। उन्होंने कहा कि वह सूचना सटीक नहीं थी, बल्कि आशंकाओं पर आधारित थी। फिलहाल इस तरह की कोई ताजा सूचना नहीं है। सुरक्षा को लेकर हमारे इंतजाम काफी पुख्ता हैं और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हम हर समय तैयार भी हैं। पुलिस पूरी तरह से सक्रिय है।
ऐसी थी जानकारी
पिछले कुछ दिनों से नेपाल के रास्ते सात आतंकियों के उत्तर प्रदेश में आने की सूचना सरगर्म थी। कहा जा रहा था कि किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना के तहत अलग-अलग ग्रुप में आतंकियों के गोरखपुर, अयोध्या और वाराणसी में छिपे हैं।
ये हैं पांच आतंकवादी
कई मीडिया रिपोर्ट में नेपाल के रास्ते प्रदेश में प्रवेश करने वाले सात आतंकियों में से पांच के नाम मोहम्मद याकूब, अबू हमजा, मोहम्मद शहबाज, निसार अहमद और मोहम्मद कौमी चौधरी बताए जा रहे थे। इस चर्चा के जोर पकडऩे के बाद देश की खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां नेपाल सीमा पर सक्रिय होकर आतंकियों के आने की सूचना की पुष्टि करने में जुट गई थीे। एहतियात के तौर पर नेपाल सीमा से सटे जिलों के साथ ही गोरखपुर, अयोध्या और वाराणसी पुलिस को अलर्ट भी कर दिया गया था। हालांकि किसी भी एजेंसी की जांच-पड़ताल में नेपाल सीमा से आतंकियों के उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने की पुष्टि नहीं हुई।
नेपाल की खुली सीमा को लेकर सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
एटीएस के एडीजी डीके ठाकुर का कहना है कि नेपाल के रास्ते आतंकियों के आने की कोई ताजा सूचना नहीं हैं। जो भी खबरें आ रही हैं वह काफी पुरानी और आशंका पर आधारित हैं। नेपाल की खुली सीमा को लेकर सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से सतर्क हैं।