स्वास्थ्य सेवा में समर्पित है यूपी का यह गांव, पांच चिकित्सक के साथ 21 अन्य लोग सेवारत
सिद्धार्थनगर जिले में जोगिया ब्लाक का पोखरभिटवा गांव स्वास्थ्य सेवा के लिए समर्पित है। इस वक्त गांव के 25 लोग चिकित्सा विभाग से जुड़े हुए हैं। इनमें पांच विषय विशेषज्ञ चिकित्सक शामिल हैं। 15 फार्मासिस्ट दो एएनएम तीन नेत्र सहायक भी अपनी सेवाएं विभिन्न अस्पतालों में दे रहे हैं।
गोरखपुर, सर्वेशधर द्विवेदी। सिद्धार्थनगर जिले में जोगिया ब्लाक का पोखरभिटवा गांव स्वास्थ्य सेवा के लिए समर्पित है। इस वक्त गांव के 25 लोग चिकित्सा विभाग से जुड़े हुए हैं। इनमें पांच विषय विशेषज्ञ चिकित्सक शामिल हैं। 15 फार्मासिस्ट, दो एएनएम, तीन नेत्र सहायक भी अपनी सेवाएं विभिन्न अस्पतालों में दे रहे हैं। गांव का युवक अभिनव मिश्रा भी नीट 2021 की परीक्षा में देश में 2098वां स्थान हासिल किया है। एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी कर यह भी बतौर चिकित्सक अपनी सेवाएं देंगे। स्थित यह है कि यह चिकित्सक अवकाश या अन्य दिनों पर जब भी घर आते हैं तो उनके वहां मरीजों की अच्छी खासी भीड़ जमा हो जाती है। डा. एसके मिश्रा ने तो जनपद मुख्यालय पर हर्षित सेवाश्रम के नाम पर क्लिनिक स्थापित कर रखा है। गांव एवं आसपास के लोगों का निश्शुल्क इलाज करते हैं। अन्य चिकित्सक जब गांव आते हैं तो मरीजों को सलाह देते हैं। फोन पर भी सलाह देने के लिए उपलब्ध रहते हैं।
समाज की सेवा में निभा रहे महती भूमिका
गांव निवासी अभिनव मिश्रा ने नीट 2021 की परीक्षा में देश में 2098 वां स्थान हासिल किया है। इस उपलब्धि पर पूरा गांव खुश है। कारण यह पढ़ाई पूरी करने के बाद गांव के छठवें चिकित्सक जो बनेंगे। इसके पहले पांच अन्य लोग चिकित्सक बनकर समाज की सेवा में महती भूमिका निभा रहे हैं। अभिनव के पिता राधेश्याम मिश्रा भी गोरखपुर में आयुर्वेद विभाग में बतौर फार्मासिस्ट कार्यरत हैं। जबकि बतौर एएनएम संगीत मिश्रा, प्रीती मिश्रा कार्यरत हैं।
यह बतौर चिकित्सक दे रहे सेवाएं
गांव निवासी डा.एसके मिश्रा सर्जन हैं। वहीं डा. प्रमात्मा मिश्रा एमडी हैं। डा. अंकिता मिश्रा, डा. श्रेया मिश्रा इस समय मरीजों के इलाज के साथ सर्जन बनने के लिए तैयारी भी कर रही हैं। डा. मनीष मिश्रा एमबीबीएस हैं। डा. संदीप पांडेय, डा. अभिनव पांडेय, डा. शैलेश पांडेय बतौर नेत्र सहायक अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
यह बतौर फार्मासिस्ट दे रहे सेवा
गांव निवासी नितेश मिश्रा ,मनीष मिश्रा, पवन मिश्रा , कुंवर सिद्धार्थ मिश्रा, शैलेन्द्र मिश्रा, सर्वेंद्र मिश्रा, शैलेंद्र पांडेय , दिग्विजय मिश्रा , अभिशेष मिश्रा, अतुल मिश्रा , गोलू मिश्रा, संदीप मिश्रा, दिलीप पांडेय, शुभम मिश्रा, अभिनाश मिश्रा फार्मासिस्ट बनकर समाजसेवा में योगदान दे रहे हैं।
बोले ग्रामीण
गांव के अरुण मिश्र बताते हैं कि बच्चे काबिल बने इसके लिए सभी का पढ़ाई पर जोर रहता है। इसका परिणाम सामने है। आज गांव में न सिर्फ एक से एक चिकित्सक उपलब्ध हैं। बल्कि विभाग से जुड़े अन्य कार्याें को बखूबी अंजाम दे रहे हैं। वहीं मनोज कुमार यादव का कहना है कि स्वास्थ्य सेवा में गांव विशेष योगदान दे रहा है। ऐसा देख मन को खुशी मिलती है। तमाम नवयुवक पढ़ाई कर गांव जवार का नाम रोशन कर रहे हैं। सभी ने गरीबों की सेवा को जीवन का उद्देश्य बनाया है।