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आंतरिक एवं सामरिक सड़क से गुजरेगा पीएम का कारवां

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 25 अक्टूबर को मेडिकल कालेज का लोकार्पण करने सिद्धार्थनगर आ रहे हैं। कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर है। सुरक्षा को लेकर सभी एजेंसियां चौकन्नी है। प्रधानमंत्री के मंच तक पहुंचने के लिए नई सड़क बनाई जा रही है। जो आंतरिक व सामरिक सड़क की तर्ज पर होगी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Oct 2021 09:30 PM (IST)Updated: Thu, 21 Oct 2021 09:30 PM (IST)
आंतरिक एवं सामरिक सड़क से गुजरेगा पीएम का कारवां
आंतरिक एवं सामरिक सड़क से गुजरेगा पीएम का कारवां

सिद्धार्थनगर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 25 अक्टूबर को मेडिकल कालेज का लोकार्पण करने सिद्धार्थनगर आ रहे हैं। कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर है। सुरक्षा को लेकर सभी एजेंसियां चौकन्नी है। प्रधानमंत्री के मंच तक पहुंचने के लिए नई सड़क बनाई जा रही है। जो आंतरिक व सामरिक सड़क की तर्ज पर होगी। दलदली भूमि पर सेना की टुकड़ी गुजरने की क्षमता की मजबूत सड़क के समान इसकी विशेषता है। वह हेलीपैड पर उतरने के बाद इसी मार्ग से कार्यक्रम स्थल जाएंगे और वापस लौटेंगे। 223 मीटर लंबी इस सड़क पर सुरक्षा की कमान सेना और अर्धसैनिक बल के हाथों में होगी।

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प्रधानमंत्री का हेलीकाप्टर पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस परिसर में उतरेगा। कार्यक्रम स्थल से इसकी दूरी मुख्य सड़क अशोक मार्ग से करीब साढ़े तीन सौ मीटर है। सुरक्षा की दृष्टिकोण से प्रशासन उन्हें मुख्य सड़क से कार्यक्रम स्थल तक नहीं ले जाने का निर्णय लिया है। अब उन्हें हेलीपैड स्थल से सीधे मंच तक पहुंचाया जाएगा। आंतरिक सामरिक सड़क में पुलिया का भी निर्माण हो रहा है। इस सड़क की खासियत है कि यह पूरी तरह से सुरक्षित रहेगी। इसका निर्माण पीडब्ल्यूडी विभाग करा रहा है। सड़क बनने के बाद इसकी जांच जीटीसी (गोरखा ट्रेनिग सेंटर) की इंजीनियरिग कोर करेगी। उससे हरी झंडी मिलने के बाद ही प्रधानमंत्री का कारवां इससे गुजरेगा।

यह होती है सामरिक सड़क

युद्ध के समय सेना की टुकड़ी में लड़ने वाले सैनिकों के साथ इंजीनियरिग कोर भी चलती है। यह दो भागों में विभाजित होती है। एक भाग आगे चलते हुए टैंक के लिए सड़क बनाती है। वहीं इंजीनियरिग कोर का दूसरा भाग पीछे से इस मार्ग को उखाड़ने का काम करता है। इसका कारण यह होता है कि पीछे से दुश्मन फौज इस सड़क का उपयोग न कर सके। आंतरिक सामरिक सड़क में सैन्य बल के सुगमता से संचालन के लिए ईंट से मजबूत रोड बनाई जाती है। जिससे भारी भरकम तोप भी गुजर जाए।

जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। हेलीपैड से प्रधानमंत्री के मंच तक पहुंचने के लिए पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस व वन विभाग नर्सरी से एक नई सड़क बनाई जा रही है। सेना की इंजीनियरिग कोर इसकी जांच करेगी। उनकी अनुमति मिलने के बाद ही काफिला यहां गुजरेगा।


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