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गोरखपुर में पीएम मोदी की रैली, सोशल मीडिया से बंटेगा आमंत्रण

प्रधानमंत्री की रैली के तैयारियों के मद्देनजर दो दिन से गोरखपुर में डेरा डाले प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने विभिन्न विभाग प्रमुखों के साथ बैठक की और उन्हें जिम्मेदारियों के प्रति सहेजा।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Fri, 15 Feb 2019 12:33 PM (IST)Updated: Sun, 17 Feb 2019 09:43 AM (IST)
गोरखपुर में पीएम मोदी की रैली, सोशल मीडिया से बंटेगा आमंत्रण
गोरखपुर में पीएम मोदी की रैली, सोशल मीडिया से बंटेगा आमंत्रण

गोरखपुर, जेएनएन। भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अधिवेशन व प्रधानमंत्री की रैली के तैयारियों के मद्देनजर दो दिन से गोरखपुर में डेरा डाले प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने विभिन्न विभाग प्रमुखों के साथ बैठक की और उन्हें जिम्मेदारियों के प्रति सहेजा।

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सुनील बसंल ने कहा कि व्यवस्था में लगे पदाधिकारी और कार्यकर्ता अनुशासित होकर अपने दायित्व का निर्वहन करें। साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि बाहर से आए किसी भी प्रतिनिधि को कोई दिक्कत न हो। प्रसार विभाग की बैठक में उन्होंने कहा कि रैली की तैयारियों को मीडिया के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाया जाए और इसमें आने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। निमंत्रण के उन्होंने सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर विशेष जोर दिया।

दिन भर पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को सहेजने के बाद सुनील बसंल तो लखनऊ रवाना हो गए लेकिन प्रदेश महामंत्री पंकज सिंह अभी जमे हुए हैं। इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष उपेंद्र दत्त शुक्ल, किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राजा वर्मा, क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह, रैली संयोजक विश्वजीताशु सिंह आशु, डॉ. सत्येंद्र सिन्हा, बृजेश मणि मिश्र, महानगर अध्यक्ष राहुल श्रीवास्तव, शिव सागर तिवारी, शशिकांत सिंह, पवन यादव आदि मौजूद रहे।

रैली स्थल का किया निरीक्षण, दिए निर्देश

पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने के बाद प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने बरगदवा स्थित रैली के केंद्रीय कार्यालय का निरीक्षण किया और वहां चल रही तैयारियों का जायजा लिया। इसी क्रम में वह अधिवेशन और रैली स्थल फर्टिलाइजर भी गए, जहां लग रहे पंडाल और मंच का निरीक्षण कर जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए।

सहेजे गए किसान मोर्चा के पदाधिकारी

किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने अधिवेशन की तैयारियों में अपनी भूमिका और जिम्मेदारी को लेकर बैठक की और अधिवेशन को सफलतम बनाने की रणनीति बनाई। मोर्चा के जिलाध्यक्ष सबल सिंह ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वह आगंतुकों के सम्मान में कोई कमी न छोड़ें। बैठक में गोपेश्वर तिवारी, बृजकिशोर राय, रणजीत शाही, धनंजय तिवारी, वंशीधर पांडेय, शिवचरण प्रसाद, अश्वनी कुमार राय आदि मौजूद रहे।

सूचीवार आगंतुकों से ली जा रही जानकारी

अधिवेशन और रैली के बरगदवा स्थित केंद्रीय कार्यालय को एक दर्जन कंप्यूटर लगाकर हाईटेक कर दिया गया है। रैली के मीडिया प्रभारी बृजेश मणि मिश्र ने कहा कि विभिन्न प्रदेशों के ज्यादातर प्रतिनिधियों की सूची आ गई है। सूची के मुताबिक किसान प्रतिनिधियों से संपर्क साधा जा रहा है। उनसे आने की तिथि, समय और साधन की जानकारी ली जा रही है, जिससे शहर में आगमन के बाद सम्मान में कोई कोर-कसर न रह जाए। गोरखपुर पहुंचते ही उन्हें ससम्मान रिहाइश के स्थान पर पहुंचाया जा सके और खानपान का इंतजाम किया जा सके।

खुले आसमान तले होगी रैली, जर्मन हैंगर में अधिवेशन

रैली को लेकर की जा रही तैयारियों ने गति पकड़ लिया है। पदाधिकारी और कार्यकर्ता पूरी तरह सक्रिय हो गए हैं। फर्टिलाइजर परिसर में तैयारी धरातल पर दिखने लगी है। पंडाल का स्वरूप दिखने लगा है तो मंच निर्माण और बैठने के इंतजाम को लेकर भी स्थिति साफ हो गई है। अधिवेशन और रैली के लिए अलग मंच बनाए जा रहे हैं। हालांकि मंच का आकार एक ही होगा। दोनों मंच 60 गुणे 40 यानी 2400 वर्गफीट के होंगे। इनकी ऊंचाई आठ फीट होगी। दोनों के सेटअप में फर्क यह है कि रैली के मंच के सामने खुले आसमान के नीचे लोगों की बैठने की व्यवस्था की जा रही है जबकि अधिवेशन के मंच के सामने जर्मन हैंगर पंडाल लगाया जा रहा है। यह पंडाल 110 मीटर लंबा और 30 मीटर चौड़ा है।

खानपान के इंतजाम के लिए इसी आकार का पास में ही एक और पंडाल लगाया जा रहा है, जिसमें प्रदेशवार स्टाल लगाए जाएंगे। पंडाल के पास ही 50 की संख्या में शौचालय बनाए जा रहे हैं, जिनमें महिलाओं के लिए शौचालय का अलग से इंतजाम किया जा रहा है। अधिवेशन के मंच के सामने पांच हजार कुर्सियां लगाई जाएंगी जबकि रैली के मंच सामने 25 हजार लोगों के बैठने का इंतजाम किया जा रहा है। बैठने की त्रिस्तरीय व्यवस्था की जा रही है। सोफा, वीआइपी और सामान्य तीन तरह की कुर्सियां लगाई जाएंगी। हालांकि आयोजकों के मुताबिक जरूरत को देखते हुए कुर्सियों की तादाद बढ़ाई भी जा सकती है। अधिवेशन के मंच के सामने 40 तो रैली मंच के सामने 60 फीट का डी बनाया जा रहा है। पंडाल के पीछे प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय पदाधिकारियों के लिए सेफ हाउस भी बनाए जा रहे हैं।


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