Kisan Samman Nidhi: आयकरदाताओं के खाते में भेज दिए गए सम्मान निधि के 96.80 लाख रुपये, 1218 लोगों को नोटिस
PM Kisan Samman Nidhi 2022 गोरखपुर में 1218 आयकरदाताओं को पीएम किसान सम्मान निधि दे दी गई। जांच में इस तथ्य का खुलासा होने पर इन लोगों को नोटिस देकर निधि वापस करने को कहा जा रहा है।
गोरखपुर, जितेन्द्र पाण्डेय। अब अमीर समुदाय के लोग भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की राशि हजम कर जा रहे हैं। गोरखपुर जिले में 1218 ऐसे व्यक्ति संज्ञान में आए हैं, जो आयकर भी भर रहे हैं और सम्मान निधि भी हजम कर जा रहे हैं। हालांकि सरकार ने इनकी सम्मान निधि रोक दी है। कृषि विभाग वसूली के लिए दबाव बना रहा है तो ये उससे तरह-तरह के बहाने बना रहे हैं।
आयकरदाताओं के खाते में भेजे गए निधि के 96.80 लाख रुपये
गरीब व मध्यम वर्गीय किसान अपनी खेती आसानी से कर सके, इस लिए सरकार पिछले तीन वर्षों से उन्हें सम्मान निधि दे रही है। अब तक पांच लाख 24 हजार 213 किसानों के खाते में 835 करोड़ रुपये भेजे जा चुके हैं। जिले के 1218 आयकर दाताओं ने भी झूठा घोषणा पत्र भरके सम्मान निधि की राशि हजम की है। इनके खाते में अब 96.80 लाख रुपये भेजे जा चुके हैं। आधार सत्यापन के दौरान पता चला कि यह आयकर भी जमा करते हैं। यह ज्ञात होने पर केंद्र सरकार ने इनकी सम्मान निधि रोक दी। पखवारे भर पूर्व इनकी सूची भी कृषि विभाग के पास भेजी गई है।
वसूली से बचने के लिए कर रहे बहाने
कृषि विभाग वसूली के आयकर दाताओं के पास फोन कर रहा है। उससे बचने के लिए आयकर दाता तरह-तरह से बहाने बना रहे हैं। प्रमाण के तौर पर भटहट के अकरम हुसैन ने बताया कि उन्होंने तो ऋण लेने के लिए आयकर जमा किया था। उनका नाम गलती से आयकर दाता की सूची में आ गया है। जंगल कौड़िया के रामजीत का भी यही कहना है कि उनका नाम भी गलती से आया है।
उरुवा के सर्वाधिक अमीरों ने ली है सम्मान निधि
किसान सम्मान निधि लेने वाले सर्वाधिक अमीरों में उरुवा क्षेत्र के लोग शामिल हैं। वहां के 318 अमीरों ने सम्मान निधि ली है। उसके बाद खजनी के 304 अमीरों ने सम्मान निधि की धनराशि ली है। खोराबार विकास खंड में सबसे कम 89 अमीरों ने सम्मान निधि की राशि ली है।
सर्वाधिक सम्मान निधि लेने वाले अमीर
विकास खंड - आयकर दाता
उरुवा - 318
खजनी - 304
कोड़ीराम -298
कैंपियरगंज - 183
सम्मान निधि की राशि लेने वाले सभी आयकर दाताओं को नोटिस भेजी गई है। वसूली के लिए 300 से अधिक लोगों से संपर्क हो चुका है। वह तरह-तरह के बहाने बना रहे हैं। सम्मान निधि की राशि उन्होंने वापस नहीं की तो आगे कार्रवाई के लिए उनकी रिपोर्ट लखनऊ भेजी जाएगी। - संजय सिंह, उप कृषि निदेशक।