रिपोर्ट आए तब तो मिले ठौर, इन्हें व्यवस्थित करने की योजना अधर में
गोरखपुर शहर में 9100 पटरी व्यवसायियों का पंजीकरण हुआ है। सर्वे कार्य पूरा होने के बाद भी अभी तक रिपोर्ट तक नहीं आई।
गोरखपुर, जेएनएन। सड़कों के किनारे और फुटपाथ पर ठेले-खोमचे लगाकर गुजर-बसर करने वाले पटरी व्यवसायियों को व्यवस्थित करने की योजना रिपोर्ट के इंतजार में अटक गई है। दरअसल नगर निगम ने एक कंपनी को शहर में सर्वे कर खाली स्थानों को चिन्हित करने की जिम्मेदारी दी थी, ताकि वहां पटरी व्यवसायियों को अस्थायी रूप से बसाया जा सके। सर्वे का कार्य पूरा होने के बावजूद कंपनी ने रिपोर्ट निगम प्रशासन को नहीं दी है। उधर, पंजीकरण कराने के बाद पटरी व्यवसायी खुद को व्यवस्थित किए जाने का इंतजार कर रहे हैं।
पटरी व्यवसायियों को व्यस्थित करने के लिए नगर निगम ने हैदराबाद की एक एजेंसी को हायर किया था। एजेंसी को निगम क्षेत्र में खाली जगहों को चिह्नित कर दिसंबर 2018 में को रिपोर्ट देनी थी, लेकिन एजेंसी ने अब तक फाइनल रिपोर्ट नहीं दी है। निगम के अधिकारी इस रिपोर्ट के बिना कोई योजना नहीं बना पा रहे हैं। निगम ने 9100 पटरी व्यवसायियों का पंजीकरण कराया है। उनकी योजना प्रत्येक पटरी व्यवसायी को दो वर्ग मीटर जगह व्यवसाय के लिए उपलब्ध कराने की है। जहा पर वे अभी व्यवसाय कर रहे हैं उन्हें उसी के आसपास शिफ्ट करना है। माना जा रहा है कि पटरी व्यवसायियों को व्यवस्थित करने से मुख्य शहर में लगने वाले जाम से काफी हद तक राहत मिलेगी।
रिपोर्ट अभी नहीं आई : सहायक नगर आयुक्त
सहायक नगर आयुक्त संजय कुमार शुक्ल का कहना है कि पटरी व्यवसायी के व्यवसाय को प्रभावित किए बिना उन्हें व्यवस्थित किया जाना है। 9100 व्यवसायियों ने इसके लिए पंजीकरण कराया है। सर्वे कंपनी की रिपोर्ट के इंतजार में योजना आगे नहीं बढ़ पा रही है।