MMMUT में शुरू हुई अशंकालिक पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया, अधिसूचना जारी Gorakhpur News
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MMMUT) में शैक्षणिक सत्र 2020-21 की अंशकालिक पीएचडी पाठ्यक्रम में प्रवेश परीक्षा शुरू हो गई है।
गोरखपुर, जेएनएन। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MMMUT) में शैक्षणिक सत्र 2020-21 की अंशकालिक पीएचडी पाठ्यक्रम में प्रवेश परीक्षा शुरू हो गई है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस संबंध में वेबसाइट पर अधिसूचना जारी कर दी है।
15 जून तक भेजना होगा फार्म
शैक्षणिक मामले में प्रो. डीके द्विवेदी ने बताया कि बीते तीन वर्षों में अंशकालिक पीएचडी की मांग बढ़ी है। इसमें प्रवेश लेने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। इस समय करीब 30 विद्यार्थी विश्वविद्यालय में अंशकालिक पीएचडी कर रहे हैं। इस अध्ययन के लिए वही लोग अर्ह हैं, जो गोरखपुर के 100 किलोमीटर के दायरे किसी सरकारी या निजी संस्थान में स्थायी तौर पर कार्य कर रहे हों। उन्हें न्यूनतम दो वर्ष कार्य करने का अनुभव हो। इच्छुक अभ्यर्थियों को वेबसाइट पर उपलब्ध फार्म को डाउनलोड करना होगा। उसे भरकर डिमांड ड्राफ्ट के साथ एक जुलाई को सुबह आठ बजे विश्वविद्यालय में उपस्थित होना होगा। इससे पहले फार्म और संग्लग्नकों की स्कैन कॉपी ई-मेल के माध्यम अधिष्ठाता को 15 जून तक भेजना होगा। ऐसा करने पर ही परीक्षा व साक्षात्कार के लिए अर्ह समझा जाएगा। एक जुलाई को प्रवेश परीक्षा और साक्षात्कार दोनों आयोजित किया जाएगा। इस पाठ्यक्रम के लिए सीट निर्धारित नहीं है।
एमएमएमयूटी खुला लेकिन नहीं होंगे शैक्षणिक कार्य
प्राविधिक शिक्षा विभाग और शासन के निर्देश के मुताबिक मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) सोमवार से खुल गया। हालांकि विश्वविद्यालय में केवल अकादमिक और प्रशासनिक कार्य ही होंगे। शैक्षणिक कार्य नहीं किए जाएंगे। ऐसे में विद्यालयों को विश्वविद्यालय आने की अनुमति नहीं होगी। कुलपति प्रो. श्रीनिवास सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय को शासन और प्राविधिक शिक्षा विभाग के दिशा-निर्देश के मुताबिक संचालित किया जाएगा।
ऑनलाइन होगा शोध का मूल्यांकन
एमएमएमयूटी की स्टीयङ्क्षरग कमेटी की बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई। कुलपति प्रो. श्रीनिवास सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में विश्वविद्यालय की अकादमिक गतिविधियों को संचालित करने के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इसमें तय हुआ कि इस वर्ष पीएचडी प्रथम वर्ष के छात्रों को छोड़कर शेष सभी पीएचडी छात्रों की मई में संपन्न होने वाली विभागीय शोध समिति की बैठकें ऑनलाइन कराई जाएंगी। यदि प्रयोग सफल हुआ तो एमसीए और एमटेक के विद्यार्थियों के प्रोजेक्ट का मूल्यांकन भी इसी तरह कराया जाएगा।
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कार्यालय भी खुले
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कार्यालय सोमवार से पूर्व निर्धारित समय से खुल गए। इस दौरान समूह क एवं ख के सभी अधिकारी कार्यालय में उपस्थित रहे, जबकि समूह ग एवं घ के कर्मचारियों की कार्यालय में प्रत्येक दिन 30 फीसद उपस्थिति रहेगी। कुलसचिव डा.ओम प्रकाश ने बताया कि समस्त अधिकारी अपने स्तर पर यह तय करेंगे कि उनके अंतर्गत किस कर्मचारी को किस दिन आना है।