रेलवे कोआपरेटिव बैंक चुनाव में धांधली का आरोप लगा PRKS ने खोला मोर्चा, धरना प्रदर्शन Gorakhpur News
संघ के महामंत्री विनोद कुमार राय ने कहा कि बैंक के अध्यक्ष और सचिव ने धोखाधड़ी करके निदेशक मंडल का गठन किया है। यह चुनाव पूरी तरह से असंवैधानिक है।
गोरखपुर, जेएनएन। दि एनई एंड ईसी रेलवे इंपलाइज मल्टी स्टेट कोआपरेटिव बैंक लिमिटेड के निदेशक मंडल के चुनाव को फर्जी बताते हुए पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ (पीआरकेएस) ने मोर्चा खोल दिया है। संघ ने बैंक के सामने प्रदर्शन कर अपना विरोध जताते हुए चुनाव में धांधली का आरोप लगाया। संबंधित लोगों पर मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी देते हुए पदाधिकारियों ने कहा कि रेल कर्मचारियों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है, जो कभी भी सड़क पर आंदोलन का रूप ले सकता है।
धोखाधड़ी कर निदेशक मंडल के गठन का आरोप
संघ के महामंत्री विनोद कुमार राय ने कहा कि बैंक के अध्यक्ष और सचिव ने धोखाधड़ी करके निदेशक मंडल का गठन किया है। अभी पिछले निदेशक मंडल का कार्यकाल समाप्त नहीं हुआ है फिर नए निदेशक मंडल का गठन किस आधार पर किया गया है। यह चुनाव बहुराज्य सहकारी समिति अधिनियम 2004 और रेलवे बोर्ड स्थापना मैनुअल का उलंघन है। निदेशक मंडल गलत तरीके से कर्मचारियों की भर्ती करना चाहता है। इसी के लिए आनन-फानन नए निदेशक मंडल का चुनाव करा लिया गया है।
अतियमितताओं के चलते कई जेल में
प्रवक्ता एके सिंह ने कहा कि संघ के निदेशकों को शायद यह पता नहीं है कि पंजाब, महाराष्ट्र कोआपरेटिव बैंक के सभी निदेशक और अध्यक्ष, उपाध्यक्ष अनियमितताओं के चलते जेल में हैं। संघ भ्रष्टाचारियों को कड़ा सबक सिखाएगा। बैंक के सचिव और अध्यक्ष ने करीब साढ़े चार सौ लोगों के हस्ताक्षर गलत तरीके से किए हैं।
हस्ताक्षर की जांच जरूरी
सभी के हस्ताक्षर की जांच राइटिंग एक्सपर्ट से जांच कराया जाए। मुख्यालय के मंडल मंत्री अरुण शुक्ला ने सेंट्रल रजिस्ट्रार से मांग किया है कि वे तत्काल इस मनोनीत निदेशक मंडल को भंग करें। धरने को मनोज द्विवेदी, राम कृपाल शर्मा, डीके तिवारी, शिवेंद्र पांडेय और कौशल कुमार आदि पदाधिकारियों ने संबोधित किया।