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Pulwama Terror Attack : शहीद की उपेक्षा पर भड़के लोग, देवरिया में रेलवे ट्रैक जाम किया

जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर अवंतीपोर के पास गोरीपोरा में गुरुवार को विस्फोट में देवरिया का लाल शहीद हो गया। शहीद के घर किसी अधिकारी के पहुंचने पर ग्रामीणों ने आक्रोश जताया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Fri, 15 Feb 2019 10:56 AM (IST)Updated: Fri, 15 Feb 2019 05:12 PM (IST)
Pulwama Terror Attack : शहीद की उपेक्षा पर भड़के लोग, देवरिया में रेलवे ट्रैक जाम किया
Pulwama Terror Attack : शहीद की उपेक्षा पर भड़के लोग, देवरिया में रेलवे ट्रैक जाम किया

गोरखपुर, जेएनएन। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर अवंतीपोर के पास गोरीपोरा में गुरुवार को विस्फोट में देवरिया का लाल शहीद हो गया। देर रात जैसे ही इसकी खबर शहीद के गांव पहुंची कोहराम मच गया। भटनी थाना क्षेत्र के छपिया जयदेव निवासी विजय कुमार मौर्य सीआरपीएफ में कांस्टेबल बिगुलर के पद पर तैनात थे। अभी वह दो दिन पूर्व छुट्टी से वापस हेडक्वार्टर पहुंचे थे और वहां से ड्यूटी के लिए रवाना हो रहे थे। विजय नौ साल पहले सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। शादी 2014 में हुई थी। डेढ़ साल की उनकी एक बेटी है। जवान के शहीद होने की सूचना के बाद भी जिला प्रशासन के किसी अध्‍ािकारी के शहीद के घर न पहुंचने पर ग्रामीणों ने आक्रोश जताया।

सीएम को बुलाने की मांग को लेकर देवरिया में रेलवे ट्रैक किया जाम
भटनी के छपिया जयदेव के लाल के शहीद होने के बाद क्षेत्र के लोग आक्रोशित हो गए और मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ को बुलाने की मांग को लेकर गाेरखपुर-छपरा रेल खंड को जाम कर दिया। लोगों का कहना है कि जब तक मुख्यमंत्री नहीं आएंगे वह रेलवे ट्रैक से नहीं हटेंगे। उधर, लोगों ने भटनी उपनगर के नकहनी चौराहे पर मुख्य मार्ग को भी जाम कर दिया है और मुख्यमंत्री को बुलाने की मांग पर अड़े हैं।
हियुवा नेता टार्जन यादव के नेतृत्व में युवा एकत्रित हुए, पहले नकहनी चौराहे पर मुख्य मार्ग को जाम किया और मुख्यमंत्री को बुलाने की मांग करने लगे। इसके बाद कुछ युवक लोगों के साथ गोरखपुर-छपरा रेल खंड पर भटनी के 115 नंबर रेलवे ढाला पर पहुंच गए और ट्रैक को जाम कर दिया है।

ट्रैक जाम होने के चलते पैसेंजर ट्रेन मौके पर ही खड़ी है। लोगों का कहना है कि जब तक मुख्यमंत्री आकर शहीद को श्रद्धांजलि नहीं देते हैं, तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। यहां अजीत सिंह, टार्जन यादव समेत विभिन्न दलों के नेता जमे हुए हैं। एसडीएम विनीत सिंह ने लोगों को समझाकर रेलवे ट्रैक खाली कराने का प्रयास किया, लेकिन वह सफल नहीं हो सके। यहां भटनी थाने के अलावा जीआरपी, आरपीएफ व क्यूआरटी पुलिस तैनात है।

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शहीद के पिता बोले, सरकार ले मेरे बेटे की शहादत का बदला
शहीद विजय के पिता रामायण मौर्या का कहना है कि नौ फरवरी को ही मेरा बेटा ड्यूटी के लिए निकला। जाते वक्त उसने अगली बार आने पर विभिन्न कार्य करने की बात कह गया। शाम को मेरे घर फोन आया कि आपका बेटा शहीद हो गया है। मुझे गर्व है कि मेरा बेटा देश की रक्षा करते हुए शहीद हुआ है। अब सरकार को बिना समय गवाए इसका बदला लेना चाहिए। उन्होंने कहा ऐसी कार्रवाई होनी चाहिए कि पाकिस्तान इस तरह हिमाकत करने की कभी फिर हिम्मत न जुटा सके। मेरे बेटे की शहादत का बदला सौ पाकिस्तानों का सिर लाकर सरकार ले।

पत्‍नी ने कहा, बदला ले सरकार
शहीद की पत्नी विजयलक्ष्मी देवरिया शहर के राघव नगर में अपनी इकलौती बेटी के साथ रहती हैं। देर रात उनको इसकी सूचना मिली तो शुक्रवार की सुबह वह अपने रिश्तेदार ऋषिकेश कुशवाहा के साथ गांव पहुंची। दरवाजे पर पहुंचते ही दहाड़ मारकर रोने लगी और रोते-रोते-रोते बेहोश हो जा रही थी। गांव की महिलाएं पानी का छींटा मारकर होश में लाई। विजय लक्ष्मी का कहना था कि गुरुवार की दोपहर दो बजे मैसेज से बात हुई और उन्होंने बताया कि रास्ता जाम है। जिसके चलते दिक्कत हो रही है और वह देर रात तक पहुंचेंगे। विजय लक्ष्मी सरकार के आश्वासन से असंतुष्ट हैं। उनका कहना है कि जब भी कोई इस तरह की कोई घटना होती है। तीन-चार दिन हो- हल्ला रहता है फिर मामला ठंडा पड़ जाता है।

सरकार कुछ नहीं करती। सभी स्वार्थी हैं। अगर सरकार को मेरे पति के शहादत का बदला लेना है तो पाकिस्तान के खिलाफ आक्रमण करे।
परिवार के सदस्यों की मांग
- मुख्यमंत्री को गांव बुलाया जाए और शहीद का अंतिम संस्कार मुख्यमंत्री के उपस्थिति में की जाए
- नकहनी चौराहे का नाम शहीद विजय चौक के नाम से रखा जाए तथा शहीद की मूर्ति नकहनी चौराहे पर लगाई जाए
- शहीद के नाम से इंटर कालेज खोला जाए
- शहीद की पत्नी को योग्यतानुसार नौकरी दिया जाए
- शहीद के पिता का जीवन यापन करने की व्यवस्था की जाए
- शहीद के नाम से गांव में एक पार्क बनवाया जाए।
बसपा प्रदेश अध्यक्ष पहुचे शहीद के गांव
बसपा के प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा भी अल सुबह शहीद जवान के गांव पहुचे। परिजनों को ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि सरकार को इसका बड़ा बदला लेना चाहिए।

सरकार के आश्वासन से पत्नी विजय लक्ष्मी असंतुष्ट
पत्नी शहीद विजय मौर्य की पत्नी सरकार के आश्वासन से असंतुष्ट हैं। उनका कहना है कि जब भी कोई इस तरह की कोई घटना होती है। तीन-चार दिन हो- हल्ला रहता है फिर मामला ठंडा पड़ जाता है। सरकार कुछ नहीं करती। सभी स्वार्थी हैं।
शहीद के गांव में पाकिस्तान मुर्दाबाद का गूंज रहा नारा
शहीद विजय कुमार मौर्य की शहादत से उनके गांव छपिया जयदेव में आक्रोश की लहर है। गांव के लोग पाकिस्तान से बदला लेने की मांग के साथ ही मुख्यमंत्री से गाव आकर शहीद की पत्नी से मिलने की मांग कर रहे हैं। सैकड़ों की संख्या में तिरंगा लेकर युवा प्रदर्शन कर रहे हैं।

उनका कहना है जब तक मुख्यमंत्री गाव नही आते हमारा प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शनकारियों में हियुवा कार्यकर्ता भी शामिल हैं। प्रदर्शन करने वालो में अरुण दुबे, सूरज मिश्र, चंद्रभान यादव, गोलू तिवारी, राहुल दुबे, उपेंद्र कुमार, राजन यादव, दीपक मिश्रा, ओमप्रकाश मिश्र, देवेंद्र सिंह, राजेश यादव आदि मौजूद हैं।
महराजगंज में विरोध प्रदर्शन
महराजगंज जिले के  हरपुर गांव में लाल पंकज त्रिपाठी के शहीद होने  की खबर जैसे ही गांव में पहुंची परिजन आक्रोशित हो गए। कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष त्रिभुवन मिश्र के नेतृत्व में पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन आरंभ कर दिया। मिश्र ने कहा कि पाकिस्तान की यह करतूत किसी भी दशा में स्वीकार करने योग्य नहीं है। सरकार को इस मुद्दे पर आर-पार की लड़ाई का ऐलान करना चाहिए।

देश के वीर सबूतों का लहू किसी भी कीमत पर बर्बाद नहीं होने दिया जाएगा। इस दौरान ग्रामीणों ने पूरे गांव में पाकिस्तान की शव यात्रा निकाल कर विरोध जताया। शव के कल शनिवार को आने की संभावना जताई जा रही है।
शहीद के गांव में मातम, पिता बोले आतंकियों पर हो कार्रवाई
शहीद जवान पंकज त्रिपाठी के गांव में मातम का माहौल है। सुबह से ही उनके दरवाजे पर सैकड़ों की संख्या में लोग एकत्रित हैं और पाकिस्तान के खिलाफ रुक-रुक कर नारेबाजी कर रहे हैं।

पिता ओमप्रकाश त्रिपाठी का कहना है कि उन्हें गर्व है कि उनका बेटा देश के लिए शहीद हुआ है। अब सरकार को बिना समय गंवाए इस हमले का जवाब देना चाहिए। ऐसी कार्रवाई होनी चाहिए कि पाकिस्तानी और आतंकी संगठन इस तरह की हिमाकत करने की कभी भी हिम्मत न जुटा सकें।

शहीद के गांव नहीं पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी, आक्रोश
शुक्रवार सुबह तक शहीद के गांव जिला प्रशासन का कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा है। इसको लेकर परिजनों व ग्रामीणों में आक्रोश है। परिजन व ग्रामीण मुख्यमंत्री को बुलाने की मांग कर रहे हैं।
जगह-जगह फूंका गया पाकिस्‍तान का पुतला

हमले को लेकर पूरे पूर्वांचल में लोगों में भारी आक्रोश है। गोरखपुर, बस्‍ती, सिद्धार्थनगर, संतकबीर नगर, देवरिया, महराजगंज में लोगों ने जगह-जगह पाकिस्‍तान सरकार का पुतला जलाकर अपना आक्रोश प्रगट किया। लोगों ने पाकिस्‍तान की निंदा करते हुए सरकार से पाकिस्‍तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। लोगों ने कहा कि पाकिस्‍तान लगातार हमारे जवानों पर कायरतापूर्वक हमले कर रहा है। इसका कड़ा उत्‍तर देना होगा।


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