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Gorakhpur Festival: आसमान की सैर कर 36 लोगों ने देखा शहर का नजारा

खराब मौसम व तेज हवा के कारण हाट एयर बैलून शो सुबह दस बजे की बजाय दोपहर एक बजे शुरू हुआ। शाम साढ़े छह बजे तक चले इस शो में 36 शहरवासियों ने आसमान की सैर की। इस दौरान सैर करने वाले लोग रोमांचित दिखे।

By Satish chand shuklaEdited By: Published: Wed, 13 Jan 2021 03:56 PM (IST)Updated: Wed, 13 Jan 2021 07:23 PM (IST)
Gorakhpur Festival: आसमान की सैर कर 36 लोगों ने देखा शहर का नजारा
गोरखपुर महोत्सव में हाट वलून में हवा में उड़ान भरते को तैयार।

गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर महोत्सव के अंतर्गत दिग्विजय नाथ पार्क में शहरवासियों ने हाट एयर बैलून के जरिये शहर का नजारा देखा। धरती से सौ से डेढ़ सौ फीट की उंचाई पर आसमान में सैर करना शहरवासियों अद्भुत रोमांच का अनुभव था। हालांकि महोत्सव में यह तीसरी बार हाट एयर बैलून शो का प्रदर्शन किया गया है। बावजूद इसको देखने व आसमान में सैर करने के लिए लोग सुबह से इंतजार कर रहे थे।

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खराब मौसम व तेज हवा के कारण हाट एयर बैलून शो सुबह दस बजे की बजाय दोपहर एक बजे शुरू हुआ। शाम साढ़े छह बजे तक चले इस शो में 36 शहरवासियों ने आसमान की सैर की। इस दौरान सैर करने वाले लोग रोमांचित दिखे। इस दौरान लोगों ने सेल्फी और फोटोग्राफी भी की। एयर बोर्न एडवेंचर लखनऊ द्वारा इस शो का आयोजन किया था, जिसमें टिकट का मूल्य प्रतिव्यक्ति साढ़े तीन सौ रुपये रखा गया था।

पायलट अजित कुमार ने बताया कि जिन लोगों को ऊंचाई से डर लगा रहा था, उन्हें 25 से 50 फीट तक की ऊंचाई पर ही ले जाया गया। जबकि अन्य लोगों ने सौ से डेढ़ सौ मीटर की ऊंचाई पर जाकर अपने शहर का नजारा देखा। एक बार में मेरे अलावा तीन लोगों ने एक साथ आसमान की सैर की।

प्रवीण कुमार व मनमोहन ने बताया कि उन्हें काफी दिनों से हाट एयर बैलून के जरिये आसमान की सैर करने की इ'छा थी, जो आज पूरी हो रही है। इसी तरह अन्य लोग भी रोमांच से भरपूर इस शो का हिस्सा बने।

बधाई व नौरता नृत्य से महकी मध्य प्रदेश की संस्कृति

गोरखपुर महोत्सव में मध्य प्रदेश व बुंदेलखंड की संस्कृति भी महकी। मध्य प्रदेश के सागर जिले से आए कलाकारों ने बधाई व नौरता नृत्य प्रस्तुत कर अपनी संस्कृति की खुशबू बिखेरी। समय-समय पर दर्शकों ने तालियां बजाकर कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।  कार्यक्रम की शुरुआत डा. सुधीर तिवारी के निर्देशन में बधाई नृत्य से हुई। राम जन्म पर आधारित इस नृत्य में कलाकारों ने अपनी प्रतिभा की झलक दिखाई और तालियां बटोरी। इस दौरान बधाई गीत 'जन्म लिए रघुरइया अवध में बाजे बधइया के बोल गूंज रहे थे। कलाकारों में राज रतन, कपिल दूबे, रमाकांत साहू, राजकुमार व गगन यादव थे। इसके बाद शुरू हुआ बुदेलखंड का पारंपरिक नृत्य नौरता। इस नृत्य के जरिये नवरात्र के दौरान मां भगवती की आराधना की जाती है। कलाकारों ने गीत 'पूछत-पूछत आए हो ना रे सुआ कौने बाबुल जू के देशÓ पर झूमकर नृत्य किया और वाहवाही बटोरी। कलाकारों में प्रियंका वर्मा, प्रियंका अहिरवार, शिल्पी, अंजली, निधि चौरसिया, करिश्मा व दीपिका शर्मा थीं। 


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