लगातार पारा गिरने से बढ़ी ठंड, लोग परेशान
चार दिनों से लगातार नीचे गिरते पारा से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जनमानस ठंड से ठिठुरने लगा है। मंगलवार को भी ठंड चरम पर रही। दुकानें खुली तो लेकिन बाजार में ग्राहकों की संख्या नगण्य रही। लोग घरों से बाहर नहीं निकले।
सिद्धार्थनगर : चार दिनों से लगातार नीचे गिरते पारा से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जनमानस ठंड से ठिठुरने लगा है। मंगलवार को भी ठंड चरम पर रही। दुकानें खुली तो लेकिन बाजार में ग्राहकों की संख्या नगण्य रही। लोग घरों से बाहर नहीं निकले। गलन के कारण लोग घरों में रहना उचित समझा। वहीं प्रशासन ने भी ठंड को देखते हुए दो दिनों तक के लिए इंटर तक के स्कूलों को बंद कर दिया है। नगर पालिका ने सार्वजनिक स्थल पर अलाव जलाने की व्यवस्था की। रोडवेज व रेलवे स्टेशन पर भी आम दिनों के सापेक्ष यात्रियों की संख्या नगण्य रही। आसमान पर बादल छाया रहा। सुबह 11 बजे तक सूर्य का दर्शन नहीं हुए।
चार दिनों से ठंड बढ़ गई है। सोमवार शाम से ही कोहरा छाने लगा था। जो दिन में भी कायम रहा। सड़कों पर वाहन लाइट जला कर चले। ठंड से आम जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोग घरों से बाहर निकलने से कतराने लगे हैं। बाजार व सड़कों पर सन्नाटा दिख रहा है। आम दिनों की अपेक्षा चहल-पहल कम है। स्कूलों में अवकाश घोषित होने के कारण छात्र भी नहीं दिखे। नगर पालिका ने सार्वजनिक स्थलों पर अलाव जलवाया। सिद्धार्थ तिराहा, रोडवेज, रेलवे स्टेशन, नगर पालिका, सिविल लाइन, बांसी टैक्सी स्टैंड तिराहा, पुरानी नौगढ़, कलेक्ट्रेट, विकास भवन के पास लोग अलाव जलाया गया है। ठंड होने के कारण सभी लोग घर में रजाई में दुबके रहे। बहुत जरूरी होने पर ही बाहर निकले। कोहरा खेती-किसानी के लिए लाभदायक साबित होने की संभावना है। पहले बारिश और उसके बाद कोहरा से गेहूं की फसल को लाभ होगा। अगर यहीं कोहरा आगे कुछ दिनों तक जारी रहेगा तो सरसों व आलू की खेती के लिए नुकसानदायक सिद्ध हो सकता है। कृषि विशेषज्ञ डा. एसके मिश्रा ने बताया मौसम गेहूं की खेती के लिए अनुकूल है। अगर खेत में यूरिया का छिड़काव नहीं किया है तो इसे तत्काल कर लें। आलू की खेत में क्यारियों पर चूल्हे व अलाव की राख का छिड़काव करने से लाभ होगा। चार दिनों का तापमान
दिनांक अधिकतम न्यूनतम
1 जनवरी 22 10
2 जनवरी 22 9
3 जनवरी 21 8
4 जनवरी 22 8