रिटायरमेंट के साथ ही अब पेंशन देने का 'प्रयास, एक सप्ताह पूर्व करना होगा ऑनलाइन दावा Gorakhpur News
पहले सेवानिवृत्ति के बाद दो से तीन माह पेंशन शुरू होने में लग जाते थे। कोरोना के समय में कर्मचारी अपना दावा करने कार्यालय न आएं इसके लिए ऑनलाइन व्यवस्था की गई है।
गोरखपुर, जेएनएन। कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) संगठन ने अब कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति के साथ ही पेंशन शुरू करने की योजना पर कार्य शुरू किया है। इस योजना को प्रयास नाम दिया गया है। सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को तीन माह पहले ही बता दिया जाएगा कि वे अपना ऑनलाइन दावा कर दें, ताकि सेवानिवृत्ति के दिन से ही उनकी पेंशन बनाई जा सके। इसके लिए बेबीनार के माध्यम से लोगों को जागरूक करने की शुरुआत शुक्रवार को कर दी गई है। विभागीय कर्मचारियों की तरफ से तीन प्रतिष्ठानों के सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों से बातचीत की गई। उनसे बार-बार बात कर ऑनलाइन दावा करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
पेंशन शुरू होने में लग जाते थे दो से तीन माह
पहले सेवानिवृत्ति के बाद दो से तीन माह पेंशन शुरू होने में लग जाते थे। कोरोना के समय में कर्मचारी अपना दावा करने कार्यालय न आएं, इसके लिए ऑनलाइन व्यवस्था की गई है। जिन कर्मचारियों को ऑनलाइन दावा करने में असुविधा होगी, नियोक्ता उनकी मदद करेंगे। दावा करने के साथ ही उन्हें नामिनी का नाम, बैंक खाता व केवाईसी (पहचान पत्र व पते का प्रमाण पत्र ) भी अपलोड करना होगा। शुक्रवार को इस अभियान के अंतर्गत बलरामपुर चीनी मिल, सिम्भौली चीनी मिल चिलवरिया, बहराईच व पारले शुगर मिल परसंडी, बहराईच के कर्मचारियों व नियोक्ताओं से वेबीनार के माध्यम से बात कर उन्हें जागरूक किया गया। इस दौरान सहायक आयुक्त विक्की शरण, प्रवर्तन अधिकारी एसएस मौर्या, तारकेश्वर तिवारी व डीपी तिग्गा ने कर्मचारियों व नियोक्ताओं द्वारा पूछे गए अनेक सवालों के जवाब दिए।
अंतिम माह का अंशदान समय से जमा करने के लिए नियोक्ताओं को भी कर रहे
प्रेरित कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के क्षेत्रीय आयुक्त मनीष मणि का कहना है कि कर्मचारियों को सेवानिवृत्त होने से एक सप्ताह पहले ऑनलाइन दवा करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, ताकि सेवानिवृत्ति तिथि तक पेंशन का लाभ दिया जा सके। अंतिम माह का उनका अंशदान समय से जमा करने के लिए नियोक्ताओं को भी प्रेरित किया जा रहा है। तीन माह के भीतर सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों की सूची बनाई जा रही है। यह सूची हर माह बनेगी और संबंधित को अनवरत जागरूक किया जाएगा।